ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

ओवरहालिंग में 85 लाख रुपये खर्च होने के बाद 15 बार बंद हुई साथा चीनी मिल

अलीगढ़ । गन्ना किसानों के लिए यह सत्र भी कड़वा साबित होता दिख रहा है। गन्ना किसानों को फसल अच्छी होने की भले ही खुशी हो लेकिन साथा चीनी मिल ने गन्ना किसानों को कड़वाहट का एहसास जरूर करवा दिया है।
किसान नेताओं ने प्रशासन पर भले ही दबाव डाल कर मिल का उदघाटन 25 दिसंबर को जरूर करवा दिया लेकिन मिल अभी भी तकनीकी कमियों से जूझती हुई पंद्रह बार बंद हो चुकी है। जब मिल की तकनीकी कमी दूर हुई मिल चलाने के लिए बेगास ही खत्म हो गया। अपनी क्षमता से गन्ना पेराई कर रही मिल को प्रबंधन को सोमवार की सुबह को बंद करना पड़ गया। मिल न चलने से गन्ना खरीद भी रोक दी गई है। हालात यह है कि गन्ना से भरी करीब 50 ट्राली मिल परिसर में खड़ी होकर अपनी गन्ना पेराई का इंतजार कर रही है। मिल कब सुचारू रूप से अपनी क्षमता के साथ उत्पादन करेगी यह बड़ा सवाल गन्ना किसानों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है।
साथा चीनी मिल का पेराई सत्र पिछली बार के सत्र से एक माह लेट शुरू हुआ है। 85 लाखों रूपया इसकी ओवरहालिंग पर खर्च किया जा चुका है। उदघाटन के समय कार्यदायी कंपनी बालाजी सोल्यूशन मेरठ के अधिकारियों के द्वारा कहा जा रहा था इस बार मिल की ओवरहालिंग पर पूरी तरह से काम किया गया है। तब माना गया कि मिल पूरी क्षमता से चलेगी और गन्ना किसानों को कोई दिक्कत नहीं होगी, लेकिन सत्र की शुरूआत से ही साथा चीनी मिल गन्ना किसानों के लिए खरी नही उतर पाई है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.