असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने भ्रष्ट कर्मचारियों को चेताया है। हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि अगर कोई सरकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो वो उसपर बाघ की तरह टूट पड़ेंगे। उनकी सरकार भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगी। मुख्यमंत्री ने गुवाहाटी के एक सम्मेलन में पंचायती राज संस्थाओं के सदस्य, पंचायत अधिकारी और ग्रामीण विकास एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि असम को बदलना होगा। अब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई 2 हजार रुपये लेता है और मुझे इसके बारे में पता चल गया तो मैं उस व्यक्ति पर बाघ की तरह कूद जाऊंगा। वहीं मुख्यमंत्री ने एक हेल्पलाइन नंबर खोलने की बात कही। उन्होंने राज्य के लोगों से कहा कि अगर कोई पैसे मांगे तो हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अपनी शिकायत दें और मुझे भी सूचित करें।
हर घर नल योजना घर–घर पहुंचाने की कही बात
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार प्रधानमंत्री के ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर जल पहुंचाने का सपना पूरा करने के लिए अग्रसर है। असम में 2024 तक हर घर तक जल पहुंचाया जाएगा। वहीं उन्होंने पीएम के ‘हर घर नल जल’ अभियान की तारीफ की। उन्होंने कहा कि असम में सरकार के मिशन को बढ़ावा देने के लिए सभी कार्यानव्यन एजेंसी मिलकर काम करे। जिससे 43 लाख परिवार इस योजना से लाभांवित हो सके। चूंकि पंचायती राज सदस्य एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। इसलिए डिप्टी कमिश्नर, सीईओ, जिला परिषद, पीडी डीआरडीए, बीडीओ को योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए उन्हें अपने साथ काम पर लगाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कार्यान्वयन विभागों को योजनाओं के रखरखाव प्रोटोकॉल की देखभाल के लिए ‘जल उपयोगकर्ता समिति’ का गठन करने का निर्देश दिया।
स्टेक होल्डरों से सहयोग की मांग
उन्होंने लोगों के जीवन में सुधार के लिए जल जीवन मिशन के सफल रखरखाव और निर्वाह के लिए सभी स्टेकहोल्डरों से सहयोग की भी मांग की है। असम के मुख्यमंत्री ने पंचायत और ग्रामीण विकास प्रमुख सचिव जेबी एक्का को सभी स्टेक होल्डरो को शिक्षित करने के लिए कहा है। इसके लिए उन्होंने दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित करने के लिए भी कहा। जिससे हर ग्रामीण परिवार को जल उपलब्ध हो सके।