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अमित शाह ने साधा कांग्रेस पर निशाना, कहा- हमेशा किया आंबेडकर का किया अपमान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने संविधान के निर्माता बी आर आंबेडकर को उनके जीवनकाल में और उनकी मृत्यु के बाद भी हमेशा अपमानित किया। एक कार्यक्रम में शाह ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे, जिन्होंने ‘संविधान दिवस’ की शुरुआत की थी। शाह ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा की आधारशिला रखने के लिए पुणे नगर निगम (पीएमसी) मुख्यालय का दौरा किया। उन्होंने इस अवसर पर बी आर आंबेडकर की एक प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा, “संविधान सभी को समान अधिकार देता है।

हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने आंबेडकर जी के जीवित रहने और उनकी मृत्यु के बाद भी उन्हें अपमानित करने का एक भी मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि एक गैर-कांग्रेसी सरकार द्वारा आंबेडकर को (मरणोपरांत) भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था। उन्होंने कहा, “केंद्र और विभिन्न राज्यों में भाजपा के सत्ता में आने के बाद ही आंबेडकर जी से जुड़े पांच स्थानों को ‘स्मृति स्थल’ में तब्दील किया गया।”

कांग्रेस पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए शाह ने आरोप लगाया कि पहले संविधान दिवस इस डर से नहीं मनाया जाता था कि आंबेडकर की विरासत अधिक लोगों तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा, “जब नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने, तो ‘संविधान दिवस’ का उत्सव शुरू हुआ। लेकिन जब भी मोदीजी संविधान दिवस मनाते हैं, तो कांग्रेस विरोध करती है। और अब वही कांग्रेस पार्टी बाबासाहेब आंबेडकर के बारे में बात कर रही है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि कांग्रेस के विरोध के बावजूद स्वतंत्र भारत के लिए संविधान और सुशासन में आंबेडकर जी के योगदान को भाजपा बिना किसी डर के आगे लाना चाहती है।” भारत के संविधान को अंगीकार किए जाने की स्मृति में हर साल 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ मनाया जाता है, जिसे ‘राष्ट्रीय विधि दिवस’ के तौर पर भी जाना जाता है।

शाह ने कहा कि केंद्र आंबेडकर के प्रयासों को स्वीकार्यता प्रदान करना चाहता है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री संविधान का अपने ‘ग्रंथ’ के रूप में पालन करके भारत का नेतृत्व कर रहे हैं।” केंद्रीय गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए विभिन्न विकास कार्यों को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने पुणे हवाई अड्डे की क्षमता का विस्तार करने की अनुमति दी। उन्होंने पुणे मेट्रो की आधारशिला भी रखी, जिसका जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा। केंद्र ने मुंबई-पुणे विस्टा डोम (कोच) की शुरुआत की है, जो अब एक पर्यटक आकर्षण बन गया है।

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