पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को राज्य में शराब बेचने या पीने की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
नीतीश कुमार ने सोमवार को सासाराम में रोहतास, बक्सर, भोजुपर एवं कैमूर जिले के समाज सुधार अभियान की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शराब बेचने या पीने की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई करें। यह इलाका उत्तर प्रदेश से सटा हुआ है इसलिए जांच चौकी पर सतत निगरानी एवं विशेष चौकसी रखें। उन्होंने कहा कि शराब की बिक्री करने वालों पर कड़ी नजर रखें और ऐसे लोगों के पकड़े जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिवर्ष 15 अगस्त और 26 जनवरी को महादलित टोलों में आयोजित होने वाले झंडोत्तोलन कार्यक्रम में नशाखोरी, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के दुष्प्रभावों से लोगों को अवगत कराएं। शराब के सेवन से अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियां होती है, इसे लोगों को बीच अधिक से अधिक प्रचारित करें। सतत जीवकोपार्जन योजना का लाभ सभी जरूरतमंदों तक पहुंचाएं। गरीब तबके के लोगों को जीविका समूह से जोड़ें। रोजगार शुरू करने के लिए लोगों को हरसंभव सहायता पहुंचाएं ताकि लोग बेहतर काम की ओर आकर्षित हों। उन्होंने कहा कि वर्ष 2007 में भूमिहीन महादलित परिवारों को जमीन देने का काम सबसे पहले बिहार में शुरु किया गया। सभी जिलाधिकारी सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं से गरीब तबके के लोगों को जोड़ें।
नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2017 में बिहार के तीन जिलों में नीरा उत्पादन की अच्छे ढ़ंग से शुरुआत की गई थी। ताड़ी की तुलना में नीरा उत्पादन से लोगों की आमदनी में चार गुणा ज्यादा की बढ़ोत्तरी होती है। नीरा का उत्पादन बिहार के अन्य जिलों में भी शुरू कराएं। नीरा काफी स्वाथ्यवर्द्धक एवं स्वादिष्ट होता है। तमिलनाडू के एक इंस्टीट्यूट के साथ समझौता करके बिहार में हमलोगों ने नीरा उत्पादन का काम शुरू कराया था। उन्होंने कहा कि सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन के उद्देश्य से जन जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार का कार्य शहरी क्षेत्रों में स्थित बाजारों में भी करवाएं। पंचायती राज के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में दहेज प्रथा, बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के लिए भी प्रशिक्षण सुनिश्चित करें।
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