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भोपाल में पुराने ट्रैक पर हो रहा ड्राइविंग टेस्‍ट, नए आरटीओ भवन का ट्रैक सूना पड़ा

भोपाल। राजधानी के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) की ड्राइविंग लाइसेंस शाखा को कोकता में शिफ्ट हुए एक साप्ताह से अधिक समय हो गया है। इसके बाद भी वहां पर पूरी तरह से ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनाए जा रहे हैं। अब भी सात नंबर मानसरोवर काम्प्लेक्स के पीछे पुराने भवन में बने ट्रैक पर ही गाड़ियों को चलवा कर परिवहन अधिकारी देख रहे हैं। वाहन चलाने में सफल होने के बाद फोटो कराने, फिंग्रर प्रिंट कराने के लिए लोगों को कोकता ट्रांसपोर्ट नगर भेजा रहा है। कोकता ट्रांसपोर्ट नगर में बने आरटीओ परिसर का आटोमैटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक खाली पड़ा रहता है। अभी ट्रैक पर लगे कैमरे व सर्वर रूम में कंम्प्यूटर सिस्टम ठीक से काम नहीं करने से ड्राइविंग टेस्ट नहीं हो पा रहा है
इधर कोकता ट्रांसपोर्ट नगर में आरटीओ की ड्राइविंग शाखा भले ही शिफ्ट हो गई है, लेकिन पूरी तरह से शिफ्टिंग नहीं होने से लोगों को आरटीओ संबंधी कार्य कराने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। आरटीओ शहर से दूर होने से लोगों को लाइसेंस बनवाने के लिए फोटो कराने के लिए 15 से 25 किमी तक की दूरी तय करनी पड़ रही है। वहीं ड्राइविंग ट्रैक शुरू नहीं होने से पुराने आरटीओ में भी आनलाइन आवेदन कराने के लिए कियोस्क के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। आरटीओ दूर होने से रोजाना बनने वाले लाइसेंसों की संख्या में भी कमी आई है। पहले रोजाना 350 तक ड्राइविंग लाइसेंस बनते थे, अब नए भवन में 200 तक रोजाना बन रहे हैं। आरटीओ संबंधी आनलाइन काम देख रही स्मार्टचिप कंपनी के भोपाल आरटीओ प्रभारी राजेश शर्मा ने बताया कि धीरे-धीरे व्यवस्था दुरुस्त हो रही है। कंप्यूटर सिस्टम नए भवन में काम करने लगे हैं। लाइसेंस धारकों के फोटो खींचने का काम कोकता में ही किया जा रहा है। आगामी दिनों में व्यवस्था ठीक हो जाएगी। लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। दरअसल अभी कोकता में बने आरटीओ के नए भवन विधिवत लोकार्पण नहीं हुआ। आरटीओ का लोकार्पण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत करने वाले थे। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बुलाया जाना था, लेकिन अब तक आरटीओ का लोकार्पण नहीं हो पा रहा है, जिससे पूरी तरह से आरटीओ को शिफ्ट नहीं किया जा रहा है।
एक नजर में आरटीओ
03 करोड़ रुपये से कोकता में आठ के आकार को आटोमैटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बना है।
19 दिसंबर को आरटीओ की ड्राइविंग लाइसेंस शाखा को शिफ्ट किया गया था।
200 से 250 तक रोजाना ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जा रहे हैं।
350 तक रोजाना ड्राइविंग लाइसेंस बनाए सात नंबर कार्यालय में बनाए जाते थे।
70 तक ड्राइविंग लाइसेंसों का नवीनीकरण हो रहा है।
200 तक ड्राइविंग लाइसेंसों का नवनीकरण होता था।

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