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दिल्ली में सामने आ सकते हैं कोरोना के 10,000 मामले, 10 प्रतिशत पहुंच सकती है संक्रमण दर

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि दिल्ली में बुधवार को लगभग 10,000 कोरोना के नए मामले सामने आ सकते हैं। इसके साथ ही संक्रमण दर 10 प्रतिशत पहुंच सकती है। वहीं, दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही अब अस्पतालों में व आक्सीजन सपोर्ट पर भर्ती मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के नए मामले 33.78 प्रतिशत बढ़ गए हैं। इस वजह से संक्रमण दर 8.37 प्रतिशत हो गई और 233 दिन बाद नए मामले पांच हजार के पार 5481 नए मामले आए। इसके पहले पिछले साल 17 मई को 6456 मामले आए थे। इसके बाद अब मंगलवार को सबसे अधिक मामले आए हैं। इस वजह से सक्रिय मरीजों की संख्या 15 हजार के करीब पहुंच गई है। पिछले 24 में 1575 मरीज ठीक हुए। वहीं तीन मरीजों की मौत हो गई। 24 घंटे में यह मौत का आंकड़ा पिछले 139 दिनों में सबसे ज्यादा है। इससे पहले पिछले माह 18 अगस्त को एक दिन में चार मरीजों की मौत हुई थी। इसके बाद मौत के मामले कम हो गए थे। लेकिन पिछले माह ओमिक्रोन का संक्रमण शुरू होने के बाद मौत के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। पिछले चार दिनों में छह मरीजों की मौत हो चुकी है।

उधर, दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना की चपेट में अब तक 155 से अधिक स्वास्थ्य कर्मी व डाक्टर आ चुके हैं, वहीं हालात को देखते हुए दिल्ली के नामी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में डाक्टरों का शीतकालीन अवकाश रद कर दिया गया है। एम्स में 60 स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना पाजिटिव हुए हैं। जिसमें करीब 15 रेजिडेंट डाक्टर व मेडिकल के छात्र शामिल हैं। संस्थान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह आंकड़ा 26 दिसंबर से दो जनवरी तक का है। ऐसे में एम्स में कोरोना से संक्रमित होने वाले डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या अधिक हो सकती है। बताया जा रहा है कि कुछ फैकल्टी भी कोरोना पाजिटिव हुए हैं। आरएमएल अस्पताल में 49 स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हुए हैं। जिसमें 38 हैं। सफदरजंग अस्पताल में करीब 23 डाक्टर पाजिटिव हुए हैं। जिसमें ज्यादातर रेजिडेंट डाक्टर हैं। लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज में 15 व लोकनायक में आठ स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना पाजिटिव हुए हैं

कंटेनमेंट जोन हुए 2902

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 894 नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इस वजह से कंटेनमेंट जोन की संख्या 2008 से बढ़कर 2992 हो गई है।

एक माह में आए 22,406 मामले

दिल्ली में ओमिक्रोन का पहला मामला पांच दिसंबर को सामने आया था। इसके बाद अब तक एक माह में कोरोना के कुल 22,406 मामले आ चुके हैं। इस दौरान 7824 मरीज ठीक हुए हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 65,485 सैंपल की जांच हुई। जिसमें से 8.37 प्रतिशत सैंपल पाजिटिव पाए गए। एक दिन पहले संक्रमण दर 6.46 प्रतिशत थी।\Bचार दिन में करीब साढ़े तीन गुना हुए सक्रिय मरीज\Bदिल्ली में सक्रिय मरीजों की संख्या 10,986 से बढ़कर 14889 हो गई है। 31 दिसंबर को दिल्ली में 4410 सक्रिय मरीज थे। इस लिहाज से चार दिन में सक्रिय मरीजों की संख्या करीब साढ़े तीन गुना बढ़ गई है।

अस्पतालों में तीन दिन में बढ़े सवा दोगुना मरीज

अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। मौजूदा समय में अस्पतालों में 531 मरीज भर्ती हैं। इससे पहले तीन जनवरी को 420, दो जनवरी को 307 व एक जनवरी को 247 मरीज भर्ती थे। इन आंकड़ों के अनुसार तीन दिन में अस्पतालों में सवा दोगुना मरीज मरीज बढ़ गए हैं। हालांकि, अस्पतालों में अभी 94 प्रतिशत बेड खाली हैं। छह प्रतिशत बेड पर मरीज हैं। मौजूदा समय में अस्पतालों में भर्ती 41 कोरोना के संदिग्ध मरीज हैं। इसके अलावा 490 कोरोना पाजिटिव मरीज हैं, जिसमें से 418 दिल्ली के व 72 दिल्ली से बाहर के मरीज हैं।

24 घंटे में आक्सीजन सपोर्ट पर बढ़े 35.48 फीसद मरीज

अस्पतालों में अभी 168 मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर हैं। तीन जनवरी को आक्सीजन सपोर्ट पर 124 मरीज थे। इसकी तुलना में पिछले 24 घंटे में आक्सीजन सपोर्ट पर भर्ती मरीजों की संख्या 35.48 फीसद बढ़ी है। वेंटिलेटर सपोर्ट पर भर्ती मरीजों की संख्या भी सात से बढ़कर 14 हो गई है। इसके अलावा कोविड केयर सेंटर में 324 व कोविड हेल्थ सेंटर में एक मरीज भर्ती हैं। 8593 मरीज होम आइसोलेशन में हैं।

अस्पतालों में भर्ती एक तिहाई मरीज हैं आक्सीजन सपोर्ट पर

आंकड़े बताते हैं कि अस्पतालों में अभी कोरोना के जितने मरीज भर्ती हैं उनमें से करीब एक तिहाई (34.28 प्रतिशत) मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर हैं। वहीं 2.85 प्रतिशत मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।

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