चुनाव आयोग के रडार पर आई इमरान खान की पीटीआई, मुश्किल में पीएम तो विपक्ष की बल्ले-बल्ले, जानें- पूरा मामला
इस्लामाबाद। इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी अब फंडिंग के मामले में चुनाव आयोग के रडार पर आ गई है। दरअसल, पार्टी की फंडिंग को लेकर एक रिपोर्ट सामने आने के बाद ये सबकुछ हुआ है। इसके साथ ही पार्टियों को मिलने वाला विदेशी चंदा भी एक बार फिर से राजनीतिक गलियारों की हलचल की बड़ी वजह बना है। चुनाव आयोग को मिली रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरान खान की पीटीआई को न सिर्फ विदेशों से चंदा हासिल हुआ है, बल्कि कंपनियों से भी बड़ी तादाद में चंदा मिला है। इसमें यहां तक कहा गया है कि जिन अकाउंट से ये हासिल हुआ है उनको छिपाया गया है। पाकिस्तान के अखबार डान के मुताबिक, इन कंपनियों की डिटेल और इनके खातों की बड़ी देनदारी को भी छिपाया गया है।
पाकिस्तान के चुनाव आयोग के मुताबिक, पीटीआई ने पार्टी फंड में दी जाने वाली या चंदे की गलत जानकारी मुहैया करवाई है। इसमें यहां तक कहा गया है कि स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान की रिपोर्ट बताती है कि पीटीआई को लाखों डालर की रकम बतौर चंदा मिली है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद अब उन लोगों और उनके बैंक अकाउंट्स को पता लगाकर खंगाला जा रहा है, जहां से ये रकम आई है। डान की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी को लेकर हुए इस खुलासे के बाद अब इमरान खान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हालांकि, रिपोर्ट में इस बात का जिक्र नहीं किया गया है कि इसमें कुछ गलत हुआ है। इसके बाद भी कई तरह के सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं।
आपको बता दें कि इमरान खान खुद को और अपनी सरकार को पाक-साफ बताते रहे हैं। वर्ष 2018 के चुनाव में वो देश को एक भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने और एक नया पाकिस्तान बनाने के मुद्दे पर ही सत्ता तक पहुंचे थे, लेकिन हकीकत इससे उलट होती हुई दिखाई दे रही है। देश की विपक्षी पार्टियां लगातार एकजुट होकर इमरान खान की सरकार पर भ्रष्ट्राचार में लिप्त होने, देश को कर्ज में डुबोने, पाकिस्तान को भुखमरी की कगार पर पहुंचाने, वैश्विक मंच पर देश की छवि खराब करने को लेकर हमलावर होती रही हैं। अब इस रिपोर्ट के खुलासे के बाद इन विपक्षी पार्टियों को एक नया मुद्दा मिल गया है
डान की खबर में कहा गया है कि इमरान खान अपनी पार्टी को मिले चंदे की किसी भी तरह से जांच कराने के लिए तैयार हैं। उन्होंने इसका स्वागत किया है। सरकार की तरफ से ये भी कहा गया है कि पार्टी चंदे को लेकर सारी डिटेल देने को भी तैयार है। इसमें कुछ भी गलत नहीं किया गया है। गौरतलब है कि वर्ष 2019 में चुनाव आयोग की सिक्योरिटी कमेटी ने पीटीआई को मिले विदेशी चंदे का आडिट किया था। पिछले वर्ष नवंबर में ही इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट कमीशन को सबमिट की थी।
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद पीएमएल-एन और पीपीपी ने सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग से इमरान खान की पार्टी के खिलाफ मामला दर्ज करने की अपील की है। वहीं, पलटवार करते हुए पीटीआई ने चुनाव आयोग से अपील की है कि वो इन दोनों पार्टियों को मिले चंदे का भी आडिट करे।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.