मोतिहारी से मुंबई के लिए निकली बच्ची तीन साल बाद अपनों से मिली, जानिए पूरा मामला
गोविंदगंज। तीन साल पहले बिछड़ी मासूम बच्ची शनिवार को घरवालों के बीच पहुंची तो सभी की आंखें खुशी से भर आईं। मामला हरसिद्धि क्षेत्र की यादवपुर पंचायत के दूदही गांव का है। महाराष्ट्र पुलिस में अधिकारी प्रियंका सदावकर व एक सिपाही उसे लेकर मोतिहारी पहुंचीं। उसे नगर थाना परिसर में पुलिस अधिकारियों के समक्ष उसके चाचा रामदेनी भगत व चाची को सौंप दिया।
दूदही गांव निवासी रामदेनी भगत ने बताया कि अनिता कुमारी जब चार वर्ष की थी, तब उसके पिता राजेंद्र भगत उसे लेकर मुंबई के लिए निकले थे। रास्ते में बच्ची लापता हो गई थी। बच्ची के पिता मानसिक रूप से बीमार थे। उसकी मां का निधन हो चुका था। बच्ची के गुम होने के बाद स्वजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चला। इस बीच उसके पिता भी दुनिया से चल बसे।
महाराष्ट्र पुलिस में अधिकारी प्रियंका सदावकर ने बताया कि बच्ची उल्हासनगर के शहाड में वर्ष 2019 में मिली थी। अनाथ व लावारिस स्थिति में उसे महाराष्ट्र पुलिस ने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंप दिया था। बच्ची जब थोड़ी बड़ी हुई तो उसने अपना गांव बताया। तब महिला पुलिस अधिकारी ने गूगल पर सर्च कर उसके गांव का पता लगाया। इसके बाद यहां की पुलिस से संपर्क किया। घरवालों के बारे में पूरी जानकारी मिलने पर महाराष्ट्र की शुक्रवार की देर शाम नगर थाने पहुंची।
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