छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण: सेवानिवृत्ति के बाद संविदा पर काम कर रहे पेंशनरों की मांग, कार्यालय आने पर रोक लगाए सरकार
रायपुर। भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री एवं छत्तीसगढ़ राज्य संयुक्त पेंशनर फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अलग-अलग ट्वीट कर देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण की तेज गति को ध्यान में रखकर जीवन के अंतिम पड़ाव में पहुंच चुके सेवानिवृत्त आयु के आसपास होने के बावजूद सरकारी नौकरी करने कार्यालय आने के लिए मजबूर लोगों के काम पर आने की अनिवार्यता पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है। ऐसे लोगों को लेकर उनके परिवार के लोग भी स्वास्थ्य लेकर निरंतर चिंतित और परेशान हैं।
उन्होंने आगे बताया है कि सरकार सेवानिवृत्त हो चुके अनेक लोगों से 62 वर्ष की आयु के बाद भी प्रतिनिनियुक्ति और संविदा पर अब भी सेवा ले रहें हैं, जो बुजुर्ग होने के नाते इस कोरोना संक्रमण के लिए सबसे ज्यादा खतरे में बताया जाता हैं,परन्तु उनको काम पर जाना होता है। उनके काम पर जाने से आने तक प्रतिदिन परिवार उनके स्वास्थ्य को लेकर चिन्तित जीवन जी रहे है।सरकार को उनकी बढ़ती उम्र को देखकर इस विश्वव्यापी रोग से बचाने के दिशा में तत्काल कार्रवाई को अंजाम देने की जरूरत है।
पेंशनर फेडरेशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव एवं पेंशनर फेडरेशन से जुड़े संघों के प्रांताध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारी क्रमशः डॉ डी पी मनहर, आर पी शर्मा, गंगा प्रसाद साहू, जे पी मिश्रा,ओ पी भट्ट, यशवन्त देवान, एस के चिलमवार, बसन्त कुमार गुप्ता,अनिल पाठक, अनूप श्रीवास्तव, कृपा शंकर मिश्रा, लोचन पाण्डे, शरद अग्रवाल, रतन लाल कैवर्त, सी एल चंद्रवंशी,डॉ शेषा सक्सेना, द्रोपदी यादव, उर्मिला शुक्ला, विद्या देवी साहू आदि ने केन्द्र एवं राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि इस मामले पर कार्रवाई कर तुरंत दिशा निर्देश जारी कर बुजुर्गो के साथ भला करे।
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