ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

नेमावर हत्याकांड को लेकर निकाली न्याय यात्रा, कांग्रेस नेताओं को राजभवन जाने से रोका

भोपाल। देवास के नेमावर में आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों की हत्या के मामले में परिवार की सदस्य भारती कारडे की न्याय यात्रा के पक्ष में कांग्रेस ने आज प्रदर्शन किया। भारती के साथ कांग्रेस नेता राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मिलकर उन्हें आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करने का ज्ञापन देने के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जुटे थे। यहां से जैसे ही वे रेडक्रास चौराहे तक पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। काफी देर तक पुलिस अधिकारियों के साथ बहस होती रही। इसके बाद पुलिस भारती सहित कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को राज्यपाल से मिलवाने के लिए ले गई। इसके पहले भारती से पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मुलाकात की।

भारती ने बताया कि उनके परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जब तक हमारे परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक मेरा यह संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में आदिवासियों के साथ अत्याचार हो रहे हैं लेकिन उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हमारी न्याय यात्रा को रोकने के भी सरकार द्वारा प्रयास किए गए। आज जब हम राज्यपाल को पूरे मामले की जांच कराने के लिए ज्ञापन देने जा रहे थे तो रास्ते में पुलिस ने रोक लिया। हम इस पूरे मामले में सीबीआई की जांच चाहते हैं। इसकी घोषणा हुई है पर अभी तक हमें कोई आदेश नहीं मिला है। आरोपितों को फांसी होना चाहिए। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि भारती न्याय की मांग को लेकर पदयात्रा कर रही है। सरकार ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसी घटनाएं मध्य प्रदेश को बदनाम करती हैं। कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि आदिवासियों के साथ प्रदेश में अत्याचार किए जा रहे हैं। न्याय की मांग करने वालों की आवाज दबाई जा रही है। भारती की यात्रा को पुलिस बल के सहारे रोका गया। प्रदेश में अब किसी को अपनी बात कहने का अधिकार तक नहीं है। प्रदर्शन के बाद पुलिस द्वारा बस से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया, सज्जन सिंह वर्मा, विक्रांत भूरिया, रवि जोशी, पीसी शर्मा, भारती सहित अन्य लोगों को राज्यपाल से मिलवाने के लिए ले जाया गया।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.