दिल्ली पुलिस पर 23 वर्षीय युवक को वंदे मातरम गाने के लिए मजबूर करने का आरोप- जांच में देरी पर कोर्ट ने पुलिस को लगाई फटकार
नई दिल्ली: दिल्ली दंगे के दौरान ‘वंदे मातरम’ गाने के लिए मजबूर करने के मामले में जांचमें हुी देरी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने पुलिस को जमकर फटकार लगाई। दरअसल, साल 2020 में हुए दिल्ली दंगे के दौरान एक 23 वर्षीय युवक फैजान को ‘वंदे मातरम’ गाने के लिए मजबूर किया गया था जिसके बाद इस मामले की जांच में देरी पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सवाल उठाए हैं।
बता दें कि दिल्ली दंगे के दौरान वायरल हुए एक वीडियो में फैजान नाम के 23 वर्षिय युवक को कथित तौर पर बुरी तरह पीटते हुए दिल्ली पुलिस के जवान उन्हें राष्ट्रीय गीत गाने के लिए मजबूर करते हुए दिखाया गया हैं। अदालत ने इसी से संबंधित पुलिस उपायुक्त के हस्ताक्षर के साथ जांच की एक विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।
इस दौरान जब दिल्ली पुलिस ने अदालत को बताना चाहा कि उन्होंने इस मामले में एक हेड कॉन्सटेबल से पूछताछ की है तो जस्टिस मानक गुप्ता ने कहा कि घटना को दो साल हो गए हैं और आपने केवल कुछ लोगों की पहचान की है।
अदालत फैजान की मां किस्मतुन की याचिका पर सुनवाई कर रही है जिन्होंने अपने बेटे की मौत के मामले में एसआईटी जांच की मांग की है। पीड़िता मां किस्मतुन ने अपनी याचिका में दावा किया है कि पुलिस ने उनके बेटे को गैरकानूनी रूप से हिरासत में लिया और इलाज मुहैया कराने से इनकार कर दिया जिसके कारण उनकी 26 फरवरी, 2020 को मौत हो गई।
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