कुलगाम : जम्मू-कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के देवसर में स्थित माता ललिता त्रिपुर सुन्दरी के मंदिर में मामूली आग लगने की खबर फैलते ही कश्मीरी पंडितों ने आगजनी का आरोप लगाते हुए यह कृत्य करने वालों को गिरफ्तार करने की मांग की।
वहीं, पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच से ऐसा लगता है कि मंदिर में जलने वाले दीयों और आरती के कारण बृहस्पतिवार-शुक्रवार की दरमियानी रात यह आग लगी।
कुलगाम पुलिस ने ट्वीट किया है, ” त्रिपुर सुन्दरी (देवसर) मंदिर में आग लगने की छोटी की घटना की पुलिस ने जांच की। शुरुआती जांच में पता चला है कि मंदिर में रोज रखे जाने वाले दीयों और आरती के कारण दुर्घटनावश आग लगी है… किसी गड़बड़ी का साक्ष्य नहीं है। लोगों से अनुरोध है कि अफवाहों पर ध्यान ना दें।”
कुलगाम के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जी. वी. संदीप चक्रवर्ती और उपायुक्त बिलाल मोही-उद-दीन भट तत्काल घटना की जांच करने मंदिर पहुंचे।
हालांकि, कश्मीरी पंडितों का आरोप है कि पुलिस मामले में लीपापोती कर रही है। उन्होंने सवाल किया कि ऐसी कड़ाके की ठंड में आग कैसे लगी और मंदिर में देवी को चढ़ाए गए धागे और पर्दे सही-सलामत है जबकि देवी का स्थान माने जाने वाला पेड़ जल गया है।
देवसर निवासी सुनीता धर ने सवाल किया, “दीयों से ऐसी आग लगना संभव नहीं है… वह भी तब जक आजकल मंदिर में कोई जाता नहीं है… ऐसे में रात एक बजे दीये से कैसे आग लग सकती है।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि आजकल मंदिर में देर रात कोई आरती नहीं होती है और वह बंद रहता है।
हालांकि, पुलिस ने अपनी ओर से सफाई पेश करते हुए कहा है कि आधी रात को सेना ने मंदिर को साफ और सेनेटाइज किया था और संभवत: आग उसी दौरान लगी हो।
इस संबंध में सेना से कोई जवाब नहीं मिला है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.