बिलासपुर। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के दौर में कई तरह के बदलाव नजर आने लगे हैं। पहली बार होटल संचालकों को यह जानकारी देनी होगी कि किस व्यंजन में कितना न्यूट्रीशन है। इस व्यवस्था से होटल में खाने के शौकीन लोगों को जानकारी मिलेगी व न्यूट्रीशन के अनुसार मनपसंद भोजन करेंगे।
होटलों में खाने के शौकीन लोगों को अब यह जानकारी मिलेगी कि जो व्यंजन व खाद्य सामग्री आर्डर की है उसमें कितना न्यूट्रीशन है। मतलब साफ है कि लोगों को न्यूट्रीशन वैल्यू के बारे में पता रहेगा। शासन द्वारा जारी गाइड लाइन पर नजर डालें तो जल्द ही प्रदेश के बड़े शहरों में संचालित होटलों के मैनू कार्ड में व्यंजनों के आगे न्यूट्रीशन की मात्रा का भी उल्लेख रहेगा। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथारिटी (एफएसएसएआइ) ने इसके लिए प्रविधान कर दिया है। 30 जून तक होटल संचालकों को नए निर्देश का पालन करना होगा।
ये है कारण
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- ब्लड प्रेशर और डाइबिटीज से ग्रसित लोग ऐसे व्यंजनों का आर्डर कर देते हैं, जिसमें शुगर को शामिल किया गया है, लेकिन उन्हें इसकी जानकारी नहीं होती।
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- अधिकांश व्यंजनों में नमक-मसाले ज्यादा होते हैं, लेकिन बीपी की शिकायत वाले लोग बिना जानकारी के आर्डर कर देते हैं। इसके चलते उन्हें स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामान करना पड़ सकता है
ये होंगे फायदे
नई व्यवस्था के लागू होने के बाद लोगों को पहले से ही जानकारी होगी कि किस व्यंजन को बनाने के लिए क्या-क्या सामग्री मिलाई गई है। बीपी व शुगर के मरीज सोच समझकर आर्डर देंगे।
तेल की भी देनी होगी जानकारी
भोजन व व्यंजन बनाने किस ब्रांड की तेल व रिफाइंड का उपयोग किया गया है इसकी भी जानकारी देनी होगी। कैलोरी, कैल्शियम, विटामिन, प्रोटीन, फैट, एंटी आक्सीडेंट की भी जानकारी साफ तौर पर देनी होगी।
यहां जरूरी
सभी श्रेणी के होटल और रेस्टोरेंट एक से लेकर सेवन स्टार श्रेणी तक होटल शामिल हैं। इसी तरह सभी प्रकार के लाइसेंसी रेस्टोरेंट संचालकों को नया मैन्यू कार्ड तैयार करना होगा।
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