ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए IAF के सभी 6 जवानों के शव की हुई पहचान, आज परिजनों को सौंपा जाएगा पार्थिव शरीर

नई दिल्ली. तमिलनाडु के कुनूर जिले में 8 दिसंबर को हुए हवाई दुर्घटना के शिकार हुए भारतीय वायुसेना के चार जवानों और भारतीय सेना   के दो सैनिकों के शवों की पहचान हो गई है। बता दें कि भारतीय वायु सेना के मुताबिक आईएएफ के सभी 4 जवानों JWO प्रदीप ए, विंग कमांडर PS चौहान, JWO राणा प्रताप दास और स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह की पहचान पूरी हो गई है। वहीं भारतीय सेना ने बताया कि लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार के पार्थिव शरीर की पहचान की गई है। आज सुबह परिवार के करीबी सदस्यों को उनका पार्थिव शरीर को सौंपा जाएगा।

 इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के लिए दिल्ली लाया जाएगा, फिलहाल, हादसे के कारण का पता लगाने के लिए जांच जारी है। एमआई-17वी5 की दुर्घटना में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले गुरुवार को सेना ने कहा था कि भारतीय सेना मृतकों के परिजनों की भावनाओं के मद्देनजर शवों की पहचान करने के लिए सभी जरूरी उपाय कर रही है।

जारी बयान के अनुसार, ‘मृतक जवानों के परिवार के सदस्य दिल्ली पहुंच रहे हैं. सभी जरूरी मदद मुहैया कराई जा रही है.’ सेना ने कहा था कि पॉजिटिव आइडेंटिफिकेशन के बाद ही परिजनों को शव सौंपे जाएंगे. हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद सभी शवों को वेलिंगटन स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल लाया गया था। बता दें कि इस घटना में भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही एकमात्र जीवित बचे थे, जिनका सेना के अस्पताल में इलाज जारी है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.