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पायलटों की कमी के कारण एयर इंडिया ने लिया ये बड़ा फैसला

एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कैम्पबेल विल्सन ने सोमवार को कहा कि विमानन कंपनी चालक दल की कमी के कारण कुछ अमेरिकी मार्गों पर अस्थायी अवधि के लिए उड़ानों की संख्या कम करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि एयरलाइन के पास अगले तीन महीने में बोइंग 777 विमानों के लिए 100   पायलट होंगे क्योंकि उन्हें ‘सक्रिय’ किया जा रहा है। इसके साथ ही लगभग 1,400 केबिन क्रू प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

हाल के महीनों में चालक दल की कमी के कारण लंबी दूरी की कुछ उड़ानों के प्रभावित होने की घटनाएं सामने आई हैं। एयर इंडिया के सीईओ और एमडी विल्सन  ने कहा है कि चालक दल की कमी के कारण कुछ अमेरिकी मार्गों पर फ्लाइट्स की संख्या कम की गई हैं। एयरलाइन में लगभग 11,000 कर्मचारी हैं, जिनमें उड़ान और गैर-उड़ान कर्मचारी शामिल हैं।

उन्होंने कहा, “बहुत कुछ हो रहा है। उन्होंने कहा कि एयरलाइन अब सिकुड़ के बाद और बढ़ रही है।” एयर इंडिया सीईओ ने राष्ट्रीय राजधानी में सीएपीए इंडिया शिखर सम्मेलन को संबोधित कर कर रहे थे। टाटा समूह ने जनवरी 2022 में एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ घाटे में चल रही एयर इंडिया और एआईएटीएसएल में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था। एयर इंडिया ने पांच साल की अवधि में बदलाव के लिए Vihaan.AI के तहत एक रोड मैप तैयार किया है और अपने पूरे बड़े बेड़े के अंदरूनी हिस्सों के नवीनीकरण के लिए 400 करोड़ डॉलर की प्रतिबद्धता सहित कई उपाय किए हैं।

पिछले महीने एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग को 470 विमानों का ऑर्डर देने की घोषणा की थी, जिसमें 70 बड़े आकार के विमान शामिल थे। इनमें से 250 एयरबस और 220 बोइंग विमान होंगे। दोनों विमान निर्माताओं से अतिरिक्त 370 विमान खरीदने का भी विकल्प है।  इसके अलावा एयर एशिया इंडिया का एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ विलय और विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय शुरू किया गया है।

 

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