पटना में बारिश के बाद डूबीं सड़कें, आज भी बारिश-आंधी का अलर्ट
पटना समेत प्रदेश के अधिसंख्य हिस्सों में तीन दिनों से हो रही वर्षा के कारण अधिकतम तापमान में काफी गिरावट आई है। तेज वर्षा के कारण कई शहरों में जल-जमाव की स्थिति बन गई है। आंधी और ओलावृष्टि के कारण किसानों के फसल बर्बाद हो गए। मंगलवार को भी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मंगलवार को प्रदेश भर में वर्षा, बिजली चमकने, मेघ गर्जन के साथ 20-40 किमी प्रतिघंटा की तेज रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।
बीते दो दिनों के दौरान पटना में रूक-रूक कर हो रही वर्षा के कारण सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से नौ डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 24.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, 30.6 डिग्री सेल्सियस के साथ मोतिहारी में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज की किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र उत्तर राजस्थान व इसके आसपास क्षेत्रों में बना हुआ है। वहीं, एक ट्रफ रेखा उत्तरप्रदेश बिहार होते हुए नागालैंड तक बना हुआ है। सोमवार को पटना में पांच मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं, प्रदेश के किशनगंज जिले के तैबपुर में सर्वाधिक वर्षा 48.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
पटना के अलावा, हाजीपुर, बेतिया, बेगूसराय, बक्सर समेत अन्य भागों में मेघ गर्जन के साथ वर्षा के कारण मौसम सुहाना बना रहा। सोमवार को पटना समेत प्रदेश के 26 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अगले हफ्ते सोमवार के बाद मौसम सामान्य होने के आसार हैं।
किशनगंज में सबसे अधिक, सहरसा में सबसे कम बारिश
किशनगंज के तैबपुर में सर्वाधिक वर्षा 48.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बांका के चंदन में 34.2, गोपालगंज के बरौली में 32.2, किशनगंज के ठाकुरगंज s में 27.4, भागलपुर के सबौर में 27.4, दरभंगा के हायाघाट में 23.0, नवादा में 22.0, गाेपालगंज के बैंकुठपुर में 21.8, कैमूर के अधवारा में 20.0, सुपौल के राघोपुर में 19.8, भागलपुर के कोलगांव में 18.4, किशनगंज में 18.4, सहरसा के नौहट्टा में 18.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
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