अक्षय तृतीया कब है? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और इस दिन का महत्व
अक्षय तृतीया को अक्षय तृतीया या आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू इस त्योहार को वैशाख के भारतीय महीने में शुक्ल पक्ष के 14 वें दिन मनाते हैं.
हिंदू इस त्योहार को साल के सबसे शुभ दिनों में से एक मानते हैं. संस्कृत में अक्षय का अर्थ है ‘शाश्वत, खुशी, सफलता और आनंद की कभी न खत्म होने वाली भावना’, और तृतीया का अर्थ है ‘तीसरा’.
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ
बहुत से लोग अक्षय तृतीया पर सोना खरीदते हैं, साथ ही यह विश्वास भी रखते हैं कि यह भविष्य में समृद्धि और धन लाएगा. इस दिन भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद पूजा करते हैं. वे भगवान विष्णु को अगरबत्ती, चंदन का लेप, तुलसी के पत्ते और फूल चढ़ाते हैं.
क्या है पौराणिक कथा
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, त्रेता युग अक्षय तृतीया के दिन शुरू हुआ था। अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती (भगवान विष्णु के 6वें अवतार) का संयोग होना आम बात है। हालाँकि, कुछ मामलों में, परशुराम जयंती अक्षय तृतीया से एक दिन पहले पड़ सकती है।
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अक्षय तृतीया 2023: तिथि
माना जाता है कि अक्षय तृतीया सौभाग्य और सफलता लाती है. इस वर्ष यह पर्व 22 अप्रैल 2023 शनिवार को पड़ रहा है.
अक्षय तृतीया 2023: शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त – सुबह 07:49 बजे से दोपहर 12:21 बजे तक (अवधि – 04 घंटे 32 मिनट) है.
तृतीया तिथि प्रारंभ 22 अप्रैल 2023 को प्रातः 07 बजकर 49 मिनट से.
तृतीया तिथि समाप्त 23 मई 2023 को प्रातः 07 बजकर 47 मिनट पर.
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