शराब दुकान के विरोध में रहवासियों ने दिया धरना, हनुमान चालीसा का पाठ कर बांटा दूध
भोपाल । जिले में दिन व दिन शराब दुकानों के खिलाफ लोगों का विरोध बढ़ता जा रहा है। शहर में पटेल नगर, करोंद चौराहा के बाद अब शाहजहांनाबाद में शराब दुकान खोले जाने का विरोध लोगों ने शुरू कर दिया है। यहां मंगलवार को शराब दुकान के विरोध में लोगों ने धरना देते हुए हनुमान चालीसा का पाठ कर दूध वितरित किया। वहीं दूसरी तरफ ठेकेदारों ने लाइसेंस तो ले लिए हैं, लेकिन दुकान नहीं मिलने के कारण वह बीच सड़क पर टेंट लगाकर शराब बेच रहे हैं। ऐसे में शराब के विरोध में कभी भी जनता का आक्रोश भड़क सकता है।
घनी आबादी के बीच दुकान, टीआइ को सौंपा ज्ञापन
शाहजहांनाबाद स्थित रामनगर कालोनी में अस्पताल, मंदिर और स्कूल सहित घनी आबादी क्षेत्र में शराब दुकान हैं। जिसे खुलने का विरोध मंगलवार को रहवासियों ने किया और उसे हटाने की मांग करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके बाद रहवासियों ने लोगों को दूध भी वितरित किया है। इस दौरान मंडलाध्यक्ष राकेश कुकरेजा और हरिओम असेरी पहुंचे। धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही मौके पर शाहजहांनाबाद टीआइ पहुंचे। जिन्हें लोगों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन देते हुए बताया कि लाल सिंह अस्पताल, खालसा स्कूल, हनुमान मंदिर एवं मस्जिद होने के कारण यहां से शराब दुकान कहीं और शिफ्ट की जानी चाहिए।
स्टेट बैंक चौराहा ब्रिज के नीचे से बेच रहे शराब
कोहेफिजा क्षेत्र में स्टेट बैंक चौराहे पर स्थित शराब दुकान स्कूल से 100 मीटर के दायरे में आने की वजह से शिफ्ट की जाना है लेकिन अब तक ठेकेदार को जगह नहीं मिली है। इससे ठेकेदार ने ओवरब्रिज के नीचे टेंट लगाकर की शराब की बिक्री शुरू कर दी है। वहीं आबकारी अधिकारियों ने बताया कि कुछ दुकानों को खत्म किया गया है जिन्हें जगह दिलाने के लिए नगर निगम को पत्र लिखा गया है। जल्द ही जगह का चयन कर उन्हें आवंटित कर दी जाएगी।
किराए पर नहीं मिल रही दुकानेंआमजन के विरोध को देखते हुए ठेकेदारों को शराब बेचने के लिए कोई दुकान किराए पर देने को तैयार नहीं है। इसके चलते पटेल नगर, करोंद, स्टेट बैंक चौराहा और पुराना किला (कमला पार्क) की शराब दुकानों के ठेके लेने वाले ठेकेदारों को दुकान नहीं मिल रही है। इस क्षेत्र के ठेकेदारों ने चार दिन से दुकान ही नहीं खोली। वहीं, मनीषा मार्केट स्थित शराब दुकान के ठेकेदार फर्म स्मृति एसोसिएट्स के कर्मचारी तो पुरानी शराब दुकान के बाहर टेंट में टेबिल-कुर्सियां लगाकर पिछले तीन दिनों से शराब बेच रहे थे।
कुछ दुकानों को शिफ्ट किया जाना है, जिनके लिए अभी जगह चिह्नित की जा रही है। नगर निगम को पत्र लिखा गया है, जल्द ही उन्हें दुकान उपलब्ध करा दी जाएगी। कुछ जगहों पर रहवासी विरोध कर रहे हैं। उनकी मांग पर भी विचार किया जा रहा है।
-सजेंद्र मोरी, जिला आबकारी कंट्रोल प्रभारी
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