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साहित्य अकादमी देगी पिछले तीन साल के बकाया पुरस्कार

राजस्थान साहित्य अकादमी प्रदेश के साहित्यकारों को 24 अलग-अलग पुरस्कार देने जा रही है। पिछले तीन साल के पेंडिंग पुरस्कार एक साथ समारोह आयोजित कर दिए जाएंगे। अकादमी ने प्रदेश के साहित्यकारों से 30 अप्रैल 2023 तक आवेदन मांगे हैं। साहित्यकार तय फॉर्म में अपनी आवेदन पत्र की एंट्री भिजवा सकते हैं।

राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के सचिव डॉ. बसंत सिंह सोलंकी ने बताया कि राजस्थान सरकार के कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग से बजट और स्वीकृति मिलने के बाद अब प्रदेश के साहित्यकारों को पिछले तीन वर्ष के इन पुरस्कारों का लाभ मिल सकेगा। सोलंकी ने बताया कि वर्ष 2019-20, वर्ष 2020-21, वर्ष 2021-22 के बकाया पुरस्कारों के लिए साहित्यकार अकादमी की ऑफिशियल वेबसाइट: www.rsaudr.org पर जाकर आवेदन फॉर्म और नियमावली प्राप्त कर सकते हैं।

अकादमी अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने पर पिछले तीन सालों के पुरस्कार पेंडिंग रहे

अकादमी अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विभाग के कैबिनेट मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला की साहित्यकारों का वाजिब हक, सहयोग, प्रोत्साहन और बकाया पुरस्कार दिए जाने की यह पहल प्रशंसनीय है। राजस्थान के अकादमिक इतिहास में यह पहला मौका है, जब कोई भी अकादमी बकाया पुरस्कारों को नए सिरे से एंट्री मांगकर पुरस्कार देने की पहल कर रही है।राजस्थान सरकार के साहित्य और कला प्रेमियों में इससे उत्साह है। सहारण ने बताया कि अकादमी अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने के कारण पिछले तीन सालों के पुरस्कार पेंडिंग रह गए थे। सरकार ने इन लंबित पुरस्कारों पर स्वीकृति देकर राहत दी है। इससे पहले की सरकारों ने कभी बकाया पुरस्कारों की सुध नहीं ली और वो पुरस्कार उन सरकारों के समय बकाया ही रहे। यह पहला अवसर होगा जब कोई अकादमी बकाया पुरस्कार भी देगी।

साहित्यकार इन पुरस्कारों के लिए भिजवा सकते हैं आवेदन की प्रविष्टियां

राजस्थान साहित्य अकादमी की ओर से 75 हजार रुपये की राशि के सर्वोच्च मीरां पुरस्कार के साथ-साथ प्रदेश के साहित्यकार 21 हजार रुपये के सुधींद्र पुरस्कार, रांगेय राघव पुरस्कार, देवीलाल सामर पुरस्कार, देवराज उपाध्याय पुरस्कार, कन्हैयालाल सहल पुरस्कार के लिए प्रविष्टियां भिजवा सकते हैं। वहीं, 31 हजार रुपये के बाल साहित्य को समर्पित शंभूदयाल सक्सेना पुरस्कार और 21 हजार रुपये के प्रथम कृति वाले सुमनेश जोशी पुरस्कार के लिए भी प्रविष्टि भिजवाई जा सकती है। अकादमी कार्यालय में प्रविष्ठियां पहुंचने की अंतिम तारीख 30 अप्रैल  रखी गई है।

24 साहित्यकारों को मिलेगा पुरस्कार और सम्मान

अकादमी के बकाया पुरस्कार की विज्ञप्ति के अनुसार एक साल में 8 पुरस्कार दिए जाते हैं। इस तरह वर्ष 2019-20, 2020-21 और 2021-22 यानी 3 वर्ष के कुल 24 पुरस्कार दिए जाएंगे। राज्य सरकार की ओर से यह स्वीकृति मिलते ही प्रदेश के 24 साहित्यकारों को पुरस्कार मिल सकेगा।

नियमावली और आवेदन प्रपत्र यहां से मिलेंगे

राजस्थान साहित्य अकादमी की वेबसाइट www.rsaudr.org से इन पुरस्कारों के लिए आवेदन प्रपत्र और नियमावली डाउनलोड की जा सकती है। अकादमी के कार्यालय मीरां भवन, ज्ञान नगर, सेक्टर-4, हिरणमगरी, उदयपुर से भी आवेदन प्रपत्र और नियमावली ली जा सकती है। अकादमी के फेसबुक पेज ‘राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर’ से या फिर फेसबुक पेज पर दिए गए गूगल ड्राइव लिंक से भी नियमावली और फॉर्म प्राप्त किए जा सकते हैं।

पुरस्कार वितरण समारोह मई अंतिम सप्ताह या जून में होगा

साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण ने बताया कि राज्य सरकार से इन पुरस्कारों के लिए पुरस्कार राशि का बजट स्वीकृत हुआ है। अकादमी की ओर से पूर्व में घोषित वर्ष 2022-23 के पुरस्कार समारोह में ही पिछले 3 साल के यह बकाया पुरस्कार दिए जाएंगे। समारोह मई के अंतिम सप्ताह या फिर जून में होने की संभावना बन रही है।

 

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