नियम के विरुद्ध वसूले जाएंगे होल्डिंग टैक्स तो होगी प्राथमिकी दर्ज : एसडीओ
नियमों को ताखा पर रखकर नगर क्षेत्र में वसूला जा रहा था होल्डिंग टैक्स
व्यवसायियों ने विरोध कर बंद किया बाजार नगर अध्यक्ष के विरुद्ध जमकर हुई नारेबाजी
रजौली (नवादा)। नवगठित नगर पंचायत रजौली में होल्डिंग टैक्स मनमानी तरीके से वसूलने को लेकर नगर के सभी व्यवसाय नाराज हो गए और गुरुवार की देर शाम नीचे बाजार स्थित राज शिवाला पर आपातकालीन बैठक कर शुक्रवार की सुबह से ही पूरे बाजार को बंद कर दिया बंद करते हुए नगर अध्यक्ष के विरुद्ध जमकर नारेबाजी किया और दोपहर में दर्जनों की संख्या में व्यवसाई संघ के एक प्रतिनिधिमंडल बाजार को पैदल मार्च करते हुए एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात किया है। अपने मांग का ज्ञापन उन्हें सौंपा। एसडीओ को दिए गए लिखित आवेदन में व्यवसायियों ने बताया कि नगर पंचायत रजौली के द्वारा नगर क्षेत्र में होल्डिंग टैक्स वसूलने को लेकर टेंडर कराया गया था।टेंडर के नियमों को ताख पर रखकर ठेकेदार अवैध रूप से हमलोगों से जबरन रुपया वसूल रहे हैं। व्यवसायियों के लिखित आवेदन एसडीओ ने बारीकी से पढ़ा और उसके बाद एनाउंस कर भीड़ के सामने उन्होंने माइक पकड़ कर सभी को आश्वासन दिया कि आप सभी व्यवसाय निश्चिंत रहें अवैध रूप से वसूली करने वाले के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभी कोई वसूली नहीं किया जाएगा। नगर पंचायत के कार्यपालक अभियंता कन्हैया कुमार से एसडीओ ने बात कर इस पूरे मामले को लेकर सख्त कदम उठाने को लेकर कहा है। व्यवसायियों को आश्वासन दिया है कि नियम के अनुकूल ही टैक्स की वसूली की जाएगी। व्यवसाई संघ के अध्यक्ष दिलीप कुमार दीप, पंकज किशोर, सुनील कुमार आर्य, विजय कुमार, अवधेश कुमार, अनिल प्रसाद, राहुल कुमार, सुरेंद्र साव, जितेंद्र कुमार, नीरज कुमार सहित दो दर्जन से अधिक व्यवसायियों ने आवेदन पर हस्ताक्षर कर सभी अधिकारियों को दिया है। व्यवसाई ने इसकी सूचना पटना उच्च न्यायालय, नगर विकास विभाग के मंत्री और डीएम को पूरी जानकारी लिखित आवेदन फैक्स के द्वारा भेज कर दिया है। नवगठित नगर पंचायत रजौली के द्वारा विज्ञापन निकाल कर नगर क्षेत्र में होल्डिंग टैक्स वसूलने को लेकर टेंडर निकाला गया था। जिसमें रजौली के निलेश सिंह ने टेंडर भरा था बोली लगाते हुए होल्डिंग टैक्स वसूलने के लिए एक वर्षों के के लिए 76 हजार पांच सौ रुपया में टेंडर लिया था और टेंडर लेने के बाद 6 तारीख से होल्डिंग टैक्स वसूलने के लिए वह बाजार में निकल गए थे। इसी को लेकर विरोध शुरू हो गई। बाजार वासियों को कहना है कि टेंडर के नियमों को नजर अंदाज करके ठेकेदार और उनके गुर्गे के द्वारा पैसा की जबरन वसूली की जा रही है। इस वसूली की पैसे में नगर पंचायत के अधिकारियों की भी हिस्सेदारी मानी जा रही है।