ब्रेकिंग
माफी मांगो नहीं तो केस…कैश कांड पर तावड़े का पलटवार, खरगे-राहुल और सुप्रिया को नोटिस बिहार में नेशनल हाइवे का नेटवर्क अमेरिका के बराबर हो जाएगा: गडकरी प्रदूषण पर दिल्ली सरकार के जवाब से हम संतुष्ट नहीं: सुप्रीम कोर्ट औरैया में पेड़ से टकराकर खाई में पलटी कार, 4 लोगों की मौत; शादी में जा रहे थे सभी महाराष्ट्र: ठाकरे-शिंदे-फडणवीस-पवार… सीएम पद के दावेदार, कौन निभाएगा मुख्य किरदार? बागी और निर्दलीय उम्मीदवारों पर बीजेपी की पैनी नजर, देवेंद्र फडणवीस ने की बैठक बीजेपी दिल्ली की सत्ता में आई तो बंद कर देगी ये 6 रेवड़ियां… अरविंद केजरीवाल का हमला अमन अरोड़ा होंगे पंजाब में AAP के अध्यक्ष, सीएम भगवंत मान ने किया ऐलान मानहानि मामले में CM आतिशी को बड़ी राहत, सुनवाई पर लगी रोक, जानें क्या है मामला पटना: बालू लदे ट्रक ने स्कूली बच्चों की ऑटो में मारी टक्कर, 4 की मौत; 3 गंभीर घायल

भैरवपट्टी गांव तथा मनहरलाल गांव की जाँच रिपोर्ट जल्द सौपेगें : तारकेश्वर ठाकुर

दरभंगा। दरभंगा जिले के मीरशिकार वेल फेयर सोसाइटी के आवेदन पर संज्ञान लेते हुए बिहार राज्य अति पिछडो़ं वर्ग के लिये आयोग के अध्यक्ष ने तीन सदस्यीय जांच कमिटि का गठन किया। जांच कमेटी में आयोग के सदस्य तारकेश्वर ठाकुर, विनोद भगत एवं अरविंद कुमार को शामिल किया गया। जांच कमेटी बिहार राज्य अति पिछडों वर्ग के लिये आयोग की तीन सदस्यीय जांच कमेटी सदस्यों ने दरभंगा जिले के बहादुरपुर प्रखंड अंतर्गत दिलावरपुर पंचायत के भैरवपट्टी गांव तथा मनहरणलाल गांव का जांच किया। जांचोंपरांत आयोग के सदस्य तारकेश्वर ठाकुर ने बताया कि मीर शिकार वेलफेयर सोसाइटी मनहरणलाल दरभंगा के सचिव के ने बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखा था। पत्र में अत्यंत पिछड़ा वर्ग की सूची में लिपिकीय त्रुटि के सुधार हेतु प्रेषित किया गया था। पत्र में यह भी जिक्र किया गया है कि मीरशिकार के जगह पर मोर शिकार लिखा गया है। सरकार के द्वारा जारी जाति की लिस्ट में कार्यालय के द्वारा प्रेषित की गई। जिसमें अत्यंत पिछड़ा वर्ग अनुसूची-1 में जाति को सीरियल नंबर 92 में अंकित किया गया है।जिसमें मीरशिकार के जगह पर मोर शिकार प्रिंट हो गया है।जबकि अंग्रेजी में सही लिखा गया है मगर हिन्दी में मोरकाशिम अंकित है। जिसके कारण जाति प्रमाण पत्र में भी मीर शिकार के जगह मोर शिकार लिखकर बनाया जा रहा है। जिसके कारण इन लोगों के को सरकारी दस्तावेज में आरक्षण लेने में काफी कठिनाई हो रही है। कठिनाई को देखते हुए उत्पन्न समस्या के समाधान के लिए आयोग को पत्र प्रेषित किया गया था। इस पत्र के आलोक में जांच कमेटी ने उपरोक्त दोनों गांव का पहुंचकर मीर शिकार वेलफेयर सोसाइटी के पदाधिकारी एवं ग्रामीणों के साथ बैठकर उत्पन्न समस्याओं से जानकारी प्राप्त की एवं संबंधित दस्तावेज की भी जांच की गई। आयोग के सदस्य तारकेश्वर ठाकुर ने बताया कि मनहर लाल गांव में सैकड़ों की संख्या में इन जाति के लोग निवास करते हैं तथा भैरव पट्टी गांव में 1000 से अधिक इस जाति के लोग निवास करते हैं। इन लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। दोनों गांव पहुंचकर जांच की गई। आयोग के सदस्य तारकेश्वर ठाकुर ने बताया कि अविलंब जांच रिपोर्ट बिहार राज्य वर्ग आयोग के अध्यक्ष को सौंपी जाएगी। ताकि इन ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं हो सके।

Leave A Reply

Your email address will not be published.