विवान शाह और संजय मिश्रा की फ़िल्म कोट का नया पोस्टर जारी, 26 मई को सिनेमागृह में होगी रिलीज
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अतिथि भूमिका में आएंगे नजर
नालंदा। बॉलीवुड में उत्तर भारत विशेष रूप से पूर्वांचल की कहानियों पर आधारित फ़िल्मों और वेब शोज़ को दर्शकों ने हमेशा पसंद किया है। गंगाजल, गैंग्स ऑफ वासेपुर, ख़ाकी द बिहार चैप्टर, मिर्जापुर, जहानाबाद, महारानी, सूपर 30 जैसी पूर्वांचल की कहानियों हिट रही। अब जिला नालंदा बिहार शरीफ के युवा लेखक की कहानी पर आधारित फ़िल्म कोट रिलीज़ के लिए तैयार हैं। विवान शाह और संजय मिश्रा स्टारर हिंदी फ़िल्म कोट की रिलीज डेट पोस्टर फिल्म के निर्माताओं ने सोशल मीडिया पर जारी किया गया। फिल्म देश भर के सिनेमागृह में २६ मई को रिलीज होगी।
यह कहानी बिहार के एक छोटे से गांव के लड़के माधो की है, जो सरल लेकिन सपने देखने वाला है। वह और उसके पिता सुअर पालन करते हैं, जो भारतीय गाँव में निम्न श्रेणी का व्यवसाय है। भारत में तेजी से बढ़ती इस टेक्नोलॉजी व्यवस्था में वह भी अच्छा दिखना और कुछ बड़ा करना चाहता है। लेकिन वह ऐसा कैसे कर रहा है। एक दिन कुछ एनआरआई उनके गाँव में आते हैं जहाँ उन्होंने उनकी पोशाक (कोट) देखता है। माधो अपने लिए उसी तरह का सूट पाने के लिए कुछ तरकीब लगाता है लेकिन असफल रहता है। नए नए विचार आते हैं लेकिन सब विफल हो जाते हैं। इस बीच माधो को एक लड़की से प्यार हो जाता है माधो को अपने सपनो को पाना हैं क्या माधव को वह सब कुछ मिला जो वह चाहता था ? इसके लिए दर्शकों को २६ मई तक इंतज़ार करना पड़ेगा।
फिल्म में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बिहार के जीतन राम मांझी अतिथि भूमिका में नज़र आएंगे। परफ़ेक्ट्स टाईम पिक्चर्स इन एसोशिएशन विथ ब्लैक पैंथर मूवीज़ लिमिटेड और ब्रांडेक्स एंटरटेनमेंट की फ़िल्म कोट के निर्माता निर्माता कुमार अभिषेक, पिन्नु सिंह, शिव आर्यन और अर्पित गर्ग हैं। फ़िल्म की कहानी कुमार अभिषेक ने लिखी है। फ़िल्म का निर्देशन अक्षय दित्ती ने किया है। मुख्य भूमिका में विवान शाह, संजय मिश्रा के साथ ही सोनल झा, पूजा पांडेय, बादल राजपूत, हर्षिता पंडेय, नवीन प्रकाश, अभिषेक चौहान, आकांक्षा श्रीवास्तव, रागिनी कश्यप और गंगन गुप्ता नजर आयेंगे।
इस अवसर पर निर्माता और लेखक कुमार अभिषेक ने कहा कि यह बिहार के एक युवा के सपनों को पाने के सफ़र की कहानी हैं जिसे पूरा देश देखना पसंद करेगा। एक ऐसा सपना जिसकी हिम्मत भी एक छोटे से गांव का युवा नहीं कर पाता हैं।