घोसी क्षेत्र में फुले और अंबेदकर जयंती पर चल रहा जनसंवाद अभियान
जहानाबाद। भाकपा-माले के आह्वान पर लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ,भगत सिंह-अंबेदकर के सपनों का भारत बनाओ नारे के साथ 23 मार्च से शुरू होकर 22 अप्रैल तक चलने बाले लोकतंत्र बचाओ जनसंवाद अभियान कार्यक्रम राज्य भर मे जारी है। इसी अभियान की कड़ी मे महान सामाजिक शैक्षिक सुधारक ज्योतिबा फुले और डाॅ.भीमराव अंबेदकर जयंती के अवसर पर साम्प्रदायिक उन्माद व हिंसा के खिलाफ 11अप्रैल से 14 अप्रैल तक सदभावना एकजुटता अभियान चल रहा है। जिसके तहत घोसी विधायक काॅमरेड रामबली सिंह यादव के अगुआई मे मोदनगंज प्रखंड के सात पंचायत मे यह अभियान चलाया गया। जिसके तहत साईस्ताबाद पंचायत के मांझी टोला,जयतिपुर-कुरूआ पंचायत के कुरूआ,देवरा पंचायत के अनंतपुर,ओकरी पंचायत के झखाङ,बंधुगंज पंचायत के मननपुर महादलित टोला,नईमा पंचायत के नईमा दलित टोला व गंधार पंचायत के मौला बिगहा गांव मे सम्पन्न हुआ। इन कार्यक्रमों मे भारी उत्साह के साथ महिला-पुरुष शामिल हुए। लोकतंत्र बचाओ जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए घोसी विधायक काॅमरेड रामबली सिंह यादव ने कहा कि रामनवमी के दिन इस बार पुरे बिहार में मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाकर तोङफोङ, लूट-पाट, आगजनी और हिंसा की सुनियोजित घटनाओं को अंजाम दिया गया। बिहारशरीफ और सासाराम सर्वाधिक प्रभावित हुआ। रामनवमी को संघ-भाजपा ने राष्ट्रीय स्तर पर अपने फासीवादी हिंसक अभियान का राजनीतिक हथियार बना डाला है जो दिन प्रतिदिन और भी हिंसक बनता जा रहा है यह बेहद चिंताजनक है। इन्होंने आगे कहा कि हिंसा के इन घटनाओं के कुछ ही घंटो के भीतर केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने दुःख व्यक्त करने अथवा शांति की अपील करने के बजाए 2024-25 के लोकसभा-विधान सभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत देने का निर्लज्जतापूर्ण आह्वान किया। उन्होने मुस्लिमों को लक्षित कर दंगाईयों को उल्टा लटकाकर सीधा कर देने जैसे चालाकी पूर्ण हिंसक वक्तव्य दिया। उन्होने गुजरात की मुर्दा शांति की भी याद दिलाई। जहां 2002 में राज्य प्रायोजित जनसंहार के जरिये मुसलमानों को कुचला गया था। रामनवमी की घटना और श्री अमित शाह के बयान से स्पष्ट है कि वे बिहार को गुजरात बनाना चाहते हैं और बिहार को अस्थिर करके वोटों के ध्रुवीकरण करना चाहते हैं। भाजपा अस्थिरता पैदा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। बिहार की सत्ता से बेदखली के बाद भाजपा पहले से ही बौखलायी हुई है।
घोसी विधायक ने अंत मे कहा कि हमे पुरा विश्वास है कि बिहार उन्माद उत्पाद, नफ़रत विभाजन और शैक्षणिक केंद्रों को नष्ट करने की विध्वंसकारी राजनीति को किसी सूरत में स्वीकार नहीं करेगा। भाजपा की इन्हीं लोकतंत्र विरोधी साजिशों के खिलाफ हमारी पार्टी ने शहीदे आजम भगत सिंह की शहादत दिवस 23 मार्च से स्थापना दिवस 22 अप्रैल तक लोकतंत्र बचाओ जनसंवाद अभियान चला रही है। इसी अभियान की अवधि मे 11अप्रैल महान समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की जयंती से लेकर 14 अप्रैल डा.भीमराव अंबेदकर की जयंती तक चार दिनों का पूरे राज्य मे हालिया साम्प्रदायिक उन्माद और हिंसा तथा भाजपा द्वारा समाज मे फैलाए जा रहे साम्प्रदायिक जहर के खिलाफ सदभावना-एकजुटता अभियान चल रहा है। इन कार्यक्रमों मे घोसी विधायक काॅमरेड रामबली सिंह यादव,भाकपा-माले मोदनगंज प्रखंड सचिव काॅमरेड वितन मांझी,भाकपा-माले नेता काॅमरेड जगदीश पासवान,नरेश बिंद,मनोज वर्मा,प्रहलाद रविदास,जितेन्द्र बिंद,सहित कई प्रमुख नेतागण शामिल थे।