उमेश पाल हत्याकांड के 49वें दिन असद, 51वें दिन अतीक और अशरफ हुए ढेर
प्रयागराज। यूपी में मफिया राज का अंत हो रहा है। 24 फ़रवरी को राज पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो गनर की हत्या के 51वें दिन बाद ही अतीक अहमद, उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ का साम्राज्य मिट्टी में मिल गया। दिनदहाड़े हुई उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही अतीक एंड फैमिली पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा था। पहली बार अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण केस में उम्रकैद की सजा हुई। उसके बाद उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी अतीक का बेटा असद और शूटर गुलाम झांसी एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। दो दिन बाद ही अतीक और अशरफ का भी काम तमाम हो गया। तीन हमलवारों ने पुलिस की मौजूदगी में ही अतीक और अशरफ की हत्या कर दी। दरअसल, उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही अतीक एंड फैमिली के बुरे दिन शुरू हो गए थे। उसे दो बार साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया। बेटे असद समेत चार शूटर मारे गए। पत्नी शाइस्ता परवीन पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया और वह फरार हैं। बहनोई अख़लाक़ जेल में हैं। बहन आयेशा नूरी और उनकी दो बेटियां भी आरोपित हैं और फरार चल रही हैं। भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा भी उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित हैं। जिस अतीक अहमद का आपराधिक साम्राज्य 44 साल से चल रहा था वह उमेश पाल हत्याकांड के साथ ही महज 51 दिन में नेस्तनाबूद हो गया। अतीक अहमद, भाई अशरफ और बेटा मारे गए। दो बेटे उमर और अली जेल में बंद हैं। दो नाबालिग बेटे बाल संरक्षण गृह में हैं।
मफिया राज की सिलसिलेवार कहानी
यदि मफिया राज की सिलसिलेवार कहानी को समझें तो 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल और उनके दो गनर की धूमनगंज में हत्या होती है । सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अतीक का बेटा असद, गुड्डू मुस्लिम, मोहम्मद गुलाम, साबिर, अरबाज, अरमान और विजय उर्फ उस्मान चौधरी की शिनाख्त हुई। इसके बाद 27 फ़रवरी को एक शूटर अरबाज मुठभेड़ में मारा गया। एक साजिशकर्ता सदाकत गिरफ्तार हुआ। वहीं 5 मार्च को असद, गुड्डू मुस्लिम, मोहम्मद गुलाम, साबिर और अरमान पर ढाई-ढाई लाख का इनाम घोषित किया गया। बाद में इनाम की राशि बढ़ाकर पांच-पांच लाख रुपये कर दिया गया। 6 मार्च को शूटर उस्मान चौधरी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। 12 मार्च को अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन की उमेश पाल हत्याकांड में भूमिका सामने आई और उस पर इनाम घोषित किया गया। 28 मार्च को अतीक अहमद और उसके दो सहयोगी को उमेश पाल अपहरण केस में उम्रकैद की सजा हुई। 2 अप्रैल को अतीक का बहनोई डॉ अख़लाक़ शूटर्स को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार हुआ। 8 अप्रैल को शाइस्ता परवीन पर इनाम की राशि 50 हजार की गई। बहन आयशा नूरी और उनकी दो बेटी भी आरोपित घोषित की गई। 13 अप्रैल को झांसी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में अतीक का बेटा असद और शूटर गुलाम ढेर हुआ। और 15 अप्रैल 2023 को पुलिस कस्टडी में अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या हो गई।
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