पश्चिमी बंगाल में स्कूली वर्दी सप्लाई करने के नाम पर की गई ठगी
कैथल। आनलाइन लिंकडइन एप के माध्यम से बिजनेस प्रोफाइल बनाकर एक व्यक्ति से 76 लाख साढ़े 94 हजार रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। सेक्टर-19 निवासी राजेश कुमार ने 15 अप्रैल को एसपी कार्यालय में शिकायत दी थी। शिकायत के बाद साइबर क्राइम थाना में आरोपित दिल्ली निवासी देवाशीष विश्वकर्मा, सचिन, मधु, इमरान और सोविदा के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया है।
शिकायत में बताया कि वह स्टीवा ग्लोबल एक्सपोर्ट करनाल रोड निसिंग करनाल का अधिकृत कर्मचारी है। उसकी सहायक ब्रांच कैथल में भी है। दिसंबर 2022 को उसने लिंकडइन एप पर एक बिजनेस प्रोफाइल देखी थी, जिसमें देवाशीष विश्वकर्मा ने एक फर्म बनाई हुई थी। उसने आरोपित से फोन पर संपर्क किया था, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया।
कुछ दिन बाद उसके वाट्सएप पर आरोपित के नंबर से एक वेलकम संदेश आया था। आरोपित ने कहा कि उन्हें पश्चिमी बंगाल के सरकारी स्कूलों में दो लाख स्कूली की वर्दी बनाकर सप्लाई करनी है। यह कुल 15 करोड़ दस लाख रुपये का काम है।
दिल्ली में बुलाकर दी थी काम की जानकारी
इसको लेकर ठग ने उसे दिल्ली कनाट पैलेस स्थित अपने कार्यालय में भी बुलाया था। जनवरी 2023 को वह दिल्ली जाकर आरोपित से मिला था। उसने काम के बारे में जानकारी दी थी। ज्यादा विश्वास दिलवाने के लिए मार्च 2023 में कोलकाता में गीतांजलि रेजीडेंसी होटल में बुलाकर पांचों आरोपितों ने बातचीत की थी। उसे कहा कि कोलकाता से ही सस्ते दाम में वर्दी बनवाकर दे देंगे। इसके लिए पहले कुल राशि का दस प्रतिशत जमा करवाना होगा।
पैसे देने से किया मना, जान से मारने की दी धमकी
आरोपितों ने अलग-अलग तारीख में उससे 76 लाख साढ़े 94 हजार रुपये ले लिए थे। कुछ दिन बाद उसने वर्दी की सप्लाई को लेकर जानकारी ली तो आरोपित ताल मटोल करने लगे। उसने पैसे वापस मांगे तो आरोपितों ने पैसे देने से मना कर दिया और जान से मारने की धमकी दी।
जांच अधिकारी एएसआइ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर पांच लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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