आगामी चुनावों वैश्य बहुल इलाकों में वैश्य समाज के ही उम्मीदवारो को दी टिकट जाएगी:सांसद सुनील कुमार पिन्टू
बिहार वैश्य महासभा भामाशाह की 525 वीं जयंती गाजे बाजे के साथ धूमधाम से मनायी गई
एकजुट रहें वैश्य समाज : पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद
बिहार वैश्य महासभा के तत्वावधान में रविवार को रविंद्र भवन,पटना (बिहार) में शूरवीर दानवीर भामाशाह की 525 वीं जयंती सह सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह का उद्घाटन सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद, सुनील कुमार पिटू सांसद सीतामढ़ी, दीघा विधायक संजीव चौरसिया एवम बिहार वैश्य महासभा के अध्यक्ष डॉ. आनंद कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। भव्य कार्यक्रम से पूर्व इनकम टैक्स गोलंबर से रविन्द्र भवन तक सैकड़ों पुरुष व महिलाओं संग बिहार वैश्य महासभा के अध्यक्ष डॉ आनंद कुमार पद यात्रा करते हुए वैश्य समाज के चट्टानी एकता का परिचय दिया। पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा वैश्य समाज के तमाम लोगो से अपील है अब जरूरत है अपनी एकता दिखाने की अगर हम एक रहेंगे तो आप पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने में आसानी होगी। पिछले कई दशकों की तरह विभिन्न राजनैतिक पार्टिग आएंगी आपको प्रलोभन देगी लेकिन अब उस उनके बातों में नही आना है अपने समाज के विकास के लिए एकजुट रहें और प्रतिबद्ध रहें। वैश्य समाज ने हमेशा समाज को बहुत कुछ दिया है। सांसद सुनील कुमार पिन्टू ने कहा हमारे समाज मे वैश्य समाज का बहुत योगदान है। मैं आस्वासन देता हूँ जेडीयू की ओंर से आगामी चुनावों में वैश्य बहुल इलाकों में वैश्य समाज के ही उम्मीदवारो को टिकट दी जाएगी। अपने संबोधन में , बिहार वैश्य महासभा के अध्यक्ष डॉ० आनंद कुमार ने दानवीर भामाशाह की जयंती पर राजकीय समारोह आयोजित करने के लिए, मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार का आभार व्यक्त किया। विशाल सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि तेली, चौरसिया, हलवाई, कानू कमलापुरी वैश्य आदि जाति को पिछड़ा वर्ग से अत्यंत पिछड़ा वर्ग की सूची में आने से इस वर्ग को काफी फायदा हुआ है। उन्होंने मांग किया कि पिछड़े वर्ग में और भी कई वैश्य की जातियां जैसे- केसरवानी, अग्रहरी, बर्नवाल, सुड़ी, रौनियार, मोदक, कलवार आदि हैं जो आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से दयनीय स्थिति में है, उसे भी अत्यंत पिछड़ा वर्ग में लाया जाए। उन्होंने कहा कि भारत में शासन करने वाला गुप्त साम्राज्य के शासक वैश्य थे, जिसके शासन को स्वर्ण काल कहा गया है। पर दुर्भाग्यवश 22% वाला बहुसंख्यक वैश्य समाज को 56 जातियों में बंटने के कारण यह समाज सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से हाशिए पर चला गया। अध्यक्ष आनंद कुमार ने बताया कि वैश्य समाज अब राजनीतिक रूप से पूरी तरह जागरूक हो चुका है। यही कारण है कि गत वर्ष बिहार में हुए मेयर चुनाव में कुल 17 सीटों में 9 पर वैश्य समुदाय के उम्मीदवारों की जीत हुई। उन्होंने मांग किया कि बिहार के प्रत्येक वैश्य बहुल विधानसभा जैसे- पटना सिटी, कुम्हरार,हिलसा,आरा,बिहारशरीफ, बाँकीपुर, कटिहार, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, बेतिया, छपरा आदि 40 क्षेत्रों में जो राजनीतिक दल वैश्य समाज को टिकट देगा, समाज उस दल का ही समर्थन करेगा। महासभा के उपाध्यक्ष डॉ. अमित केसरी ने कहा कि राज्य में जब भी कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होती है, उसका सबसे प्रतिकूल असर वैश्य समुदाय पर ही पड़ता है। इस अवसर पर उन्होंने भारत सरकार से न्यूरो सर्जन के विख्यात डॉक्टर विमल कारक को पद्मश्री पुरस्कार देने की मांग की। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले वैश्य समाज के नीतू नवगीत, लोक गायिका, अध्यक्ष बासा, शशांक शेखर,डॉ. सोनाली गुप्ता, गाइनो, डॉ. प्रवीण कुमार साहू, ऑर्थो, डॉ. कमल साह, होम्योपैथी, डॉ. राजीव रंजन, लेप्रोस्कोपी, मालती गुप्ता, रेनू केसरी ,उमा शंकर प्रसाद, हिमालया ग्रुप ऑफ एजुकेशन एवं अन्य गणमान्य समाजसेवी व्यक्तियों को सम्मानित भी किया गया। वक्ताओं ने स्व०ब्रिज बिहारी प्रसाद, स्व० अरुण केसरी एवं स्व० कृष्णा प्रसाद को याद करते हुए नमन किया, जिन्होंने बिहार वैश्य महासभा के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया था। मालती गुप्ता पत्नी स्व कृष्णा प्रसाद गुप्ता द्वारा दान किए गए पाँच सिलाई वैश्य गरीब महिलाओं को वितरित किया गया। कार्यक्रम में गुंजेश्वर साहू एमएलए, राजेंद्र गुप्ता, एमएलसी, जीवन केदार गुप्ता , एमएलसी, राजेंद्र गुप्ता, एमएलसी एवं सीता साहू,मेयर भी विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए एवं महान देशभक्त दानी भामाशाह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। इस समारोह में बिहार वैश्य महासभा के अन्य पदाधिकारीगण आलोक पोद्दार, पुरुषोत्तम जैन, मुकेश शाह, संतोष कुमार, पीके चौधरी, सूरज गुप्ता,कृष्ण मुरारी अग्रवाल, प्रोफेसर संजय कुमार, सीमा देवी, नई दिशा संगठन की अध्यक्ष अंजू गुप्ता, कांति केसरी, कोमल वर्णवाल नीतू गुप्ता, श्वेता सुमन, रीता जैन, रेनू गुप्ता, रीमा रौनक, सुनंदा केसरी, प्रेरणा सरिता, दिलीप कुमार गुप्ता अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने अपने विचार रखें। इस समारोह का धन्यवाद ज्ञापन शिव गुप्ता, कार्यकारी अध्यक्ष ने किया। इस अवसर पर पत्रकार डा.बिंदेश्वर प्रसाद गुप्ता , एडवोकेट राधेश्याम गुप्ता ,अनिल कुमार , सोहिनी प्रिया सहित शहर के कई गणमान्य सांसद, विधायक, चिकित्सक ,समाजसेवी , प्रोफेसर आदि भी समारोह को सफल बनाने के उद्देश्य से उपस्थित थें । कहना न होगा , पूरा सभागार वैश्य समाज के लोगों से खचाखच भरा हुआ था । अतः वैश्य समुदाय को राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक पार्टी के रूप में प्रतिष्ठित करने, अधिकाधिक भागीदारी करने तथा पिछड़े वर्ग और अत्यंत पिछड़ा वर्ग को राजनीतिक पटल पर सम्मान दिलाने के उद्देश्य से बिहार वैश्य महासभा के अध्यक्ष डॉ.आनंद कुमार का यह समारोह पूर्ण रूप से सफल रहा , यदि कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
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