जबलपुर को नशे की भट्टी में झोंकने उतरे नाबालिग सौदागर
जबलपुर। जबलपुर में लगातार नशे का कारोबार बढ़ता जा रहा है। अवैध मादक पदार्थों की बिक्री के लिए अब नाबालिग सौदागरों और तस्कर भी बाजार में उतर आए हैं। ये नाबालिग तस्कर ऐसे हैं जो बड़े-बड़े गुर्गे से काम करवा रहे हैं। कुछ ऐसा ही पुलिस की एक कार्रवाई में देखने मिला है, जहां शहर में नशीले इंजेक्शन का नाबालिग सौदागर सक्रिय था। वह गुर्गे के जरिए अवैध करोबार संचालित कर रहा था। उसकी भनक लगते ही पुलिस ने जाल बिछाया और दबोच लिया। बेलबाग पुलिस ने बताया कि इस नाबालिग आरोपित ने अपना अवैध धंधा चलाने के लिए गुर्गे को दिहाड़ी पर रखा था। उससे होम डिलेवरी कराता था। दोनों के कब्जे से 22 नग नशे के इंजेक्शन जब्त किए गए है।
200 रुपये प्रतिदिन गुर्गे को देता है नाबालिग
पुलिस ने बताया कि टीम ने रामलीला मैदान से घमापुर खटीक मोहल्ला निवासी उदित सोनकर को पकड़ा। पुलिस ने जांच के दौरान उसके पास से नशे के 12 इंजेक्शन जब्त किए। पूछताछ में उसने बताया कि एक नाबालिग के पास वह दिहाड़ी पर काम करता है। नाबालिग उसे इसके एवज में 200 रुपये प्रतिदिन देता है। जिसके चलते वह नाबालिग के कहने पर नशे के इंजेक्शनों की होम डिलेवरी करता था। पुलिस ने नाबालिग को भी पकड़ा और उसके पास से भी इंजेक्शन जब्त किए। नाबालिग ने बताया कि वह नशे के इंजेक्शन उसे मोनू सोनकर 150 रुपये प्रति नग देता था। मामले में पुलिस ने मोनू सोनकर को भी आरोपित बनाया है, उसकी तलाश की जा रही है।
घमापुर क्षेत्र बना नशे की मंडी
शहर का सबसे बड़ा नशे का अड्डा बेलबाग थाना क्षेत्र का खटीक मोहल्ला, दंगल मैदान और ओमती थाना क्षेत्र का भरतीपुर एक बार फिर बनता जा रहा है। वहीं हनुमानताल थाना क्षेत्र का भानतैया भी इसमें शामिल है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि अलग-अलग थानों को मिलाया जाए तो यह सभी क्षेत्र एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। जानकारी अनुसार पूरे जबलपुर का 70 फीसदी अवैध मादक पदार्थों का कारोबार इन्ही क्षेत्र में होता है। जिसमें बड़े से लेकर छोटे नशे के कारोबारी भी जुड़े हैं। अब यहां नाबालिग तस्करों और नशे के नाबालिग कारोबारियों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है। कई बार यहां कार्रवाई भी की जाती है। अधिकांश बेलबाग और ओमती थाना क्षेत्र के खटीक मोहल्लों में गली कूचों में घर-घर अवैध कारोबार किए जा रहे हैं लेकिन पुलिस भी उन गलियों में प्रवेश करने से कतराती है। पूर्व में कई बार ऐसी घटनाएं देखी भी जा चुकी हैं जब पुलिस पर ही इन मोहल्लों में हमला किया जा चुका है।
समय के साथ बदलता जा रहा नशे का ट्रेंडः
शहर के इन क्षेत्रों में समय के साथ नशे का ट्रेंड बदलता जा रहा है। दशकों पूर्व जहां कच्ची शराब का ये क्षेत्र गढ़ हुआ करते थे तो समय के साथ-साथ यहां अवैध देशी व अंग्रेजी शराब का धंधा शुरू हुआ। जानकारी अनुसार पुलिस कार्रवाई का दौर बढ़ा तो इन क्षेत्रों में गांजा और फिर स्मैक की बिक्री का चलन शुरू हुआ। अब इस अवैध कारोबार में नशे के इंजेक्शन का चलन क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। वहीं क्षेत्र के सुविचार लोगों का कहना है कि अगर इस दिशा में पुलिस सही समय में सही कदम नहीं उठाती है तो जबलपुर को एक बार फिर नशे की आग में झोंकने से कोई नहीं रोक पाएगा।
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