जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न हुई
जहानाबाद ! जिलाधिकारी रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में मौसम एवं फसल स्थिति, गरमा रब्बी फसल आच्छादन की स्थिति, उर्वरक, की स्थिति, पशुपालन, उद्यान, विद्युत, सिंचाई, हर खेत को पानी, खेत में जल संचयन इत्यादि योजनाओं एवं कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की गई तथा सामयिक निर्देश दिए गया। बैठक में मुख्य रूप से आगामी खरीफ मौसम के फसलों के आच्छादन, सिंचाई व्यवस्था तथा सम्मिलित विभागों के कार्यों की समीक्षा तथा परस्पर समन्वय स्थापित कर कृषि कार्यो में सहुलियत तथा प्रगति का निदेश जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा दिया गया। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि गरमा फसलों की खेती प्रारम्भ हो गई है। इस सम्बन्ध में पुनः बताया गया कि गरमा मौसम अन्तर्गत जिले में बिहार राज्य बीज निगम के ऐप द्वारा 63.36 क्विंटल ढैंचा बीज का वितरण किया जा रहा है। लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि 308 में से 160 नलकूप चालू है तथा उनसे सिंचाई का कार्य किया जा रहा है। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में जिले में उर्वरकों की कमी नहीं है तथा विभिन्न खुदरा प्रतिष्ठानों के pos/भंडार में 5140.05 मे0टन यूरिया, 612.200 मे0 टन DAP 52.65 मे0 टन MOP 741.385 मे0 टन NPK- मिक्सचर ए एवं 466ण्50 मे0 टन SSP उर्वरक उपलब्ध है। अपील है कि कृषक बन्धु अपने खेतों/ प्लाटों के मिट्टी का अधिक से अधिक मिट्टी नमूनों की जाँच करावें तथा अनुशंसित मात्रा में ही खाद का प्रयोग अपने खेतों में फसल अनुसार करें। जिले में अभी विभिन्न उर्वरक प्रतिष्ठानों में समुचित मात्रा में उर्वरक है। जिसकी बिक्री निर्धारित मूल्य पर POS मशीन के माध्यम से किया जा रहा है। पुनः प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अन्तर्गत जिले में जो किसान पंजीकृत हैं उनसे अपील है कि अपने नजदीकी वसुधा केन्द्र में तथा अपने संबंधित बैंक में जाकर अपने बैंक खाते को नेशनल पेमेन्ट कारपोरेशन ऑफ इन्डिया (एन0पी0सी0आई0) के पोर्टल पर अद्यतन प्रविष्टि करा लें तथा साथ ही, अपना e-kyc भी अद्यतन करा लें ताकि योजना अन्तर्गत आगामी मई-जून माह में मिलने वाली अनुमान्य अनुदान राशि उनके बैंक खाते में मिल सके अन्यथा, नियमानुकुल उनकी यह राशि मिलना स्वतः बाधित हो जाएगी। जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी डी.डी.एम. नाबार्ड, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई, उदेरास्थान सिंचाई परियोजना, विद्युत, नलकूप, जिला पशुपालन पदाधिकारी, सहायक निदेशक, उद्यान, उप परियोजना निदेशक, आत्मा तथा अन्य पदाधिकारीगण सम्मिलित हुए।