ब्रेकिंग
अडानी से लेकर मणिपुर तक… कांग्रेस ने बताया किन मुद्दों को संसद सत्र में उठाएगी जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली फांसी महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी तेज, BJP-शिवसेना-NCP की अलग-अलग बैठकें पत्थर तो चलेंगे… संभल बवाल पर बोले रामगोपाल यादव, अखिलेश ने कहा- सरकार ने जानबूझकर कराया पाकिस्तान से जंग में तीन बंकरों को कर दिया था नेस्तनाबूद , कहानी गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय की झारखंड: जिस पार्टी का जीता सिर्फ एक विधायक, उसने भी बोला दे दूंगा इस्तीफा गाजियाबाद: डासना मंदिर के बाहर फोर्स तैनात, यति नरसिंहानंद को दिल्ली जाने से रोका, ये है वजह गूगल मैप ने दिया ‘धोखा’… दिखाया गलत रास्ता, पुल से नदी में गिरी कार, 3 की मौत 30 लाख की नौकरी छोड़ी, UPSC क्रैक कर बने IPS, जानें कौन हैं संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई? संभल: मस्जिद के सर्वे को लेकर 1 घंटे तक तांडव… फूंक दीं 7 गाड़ियां, 3 की मौत; बवाल की कहानी

दोपहर बाद बदला मौसम का मिजाज बादल व बारिश ने दिलाई उमस से राहत

रायपुर। अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान विपर्जय के असर के साथ ही स्थानीय प्रभाव के चलते बुधवार 14 जून को दोपहर बाद रायपुर सहित प्रदेश भर में मौसम का मिजाज बदला। दोपहर बाद रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बादल छाने के साथ ही तेज वर्षा भी हुई। कुछ क्षेत्रों में तो इतनी तेज हवा चली कि होर्डिंग्स भी उड़ गए और बारिश ने लोगों को उमस से राहत दिलाई। मालूम हो कि यह तूफान गुरुवार 15 जून की शाम को गुजरात के कच्छ से टकराएगा। बताया जा रहा है कि विपर्जय के चलते गुजरात के साथ नौ राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश को अलर्ट किया गया है। वहीं विपर्जय से गुजरात के 7 जिलों में भारी तबाही की आशंका जताई गई है।

बुधवार सुबह से ही रायपुर सहित प्रदेश भर में तपिश बनी रही और गर्मी से लोग हलाकान रहे। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि गुरुवार को रायपुर का मौसम सामान्य रहेगा, लेकिन प्रदेश के कुछ क्षेत्रों विशेषकर बस्तर क्षेत्र में तेज आंधी के साथ बारिश के आसार है। इसके साथ ही बस्तर क्षेत्र में अधिकतम तापमान में गिरावट भी आएगी और बाकी क्षेत्रों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा।

रायपुर में 24 तक ही आएगा मानसून

मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा का कहना है कि अभी जो मौसम का मिजाज बदल रहा है,उसका कारण स्थानीय प्रभाव के साथ ही चक्रवात है। प्रदेश में मानसून का प्रवेश तो जगदलपुर में 21 जून और रायपुर में 24 जून तक ही संभावित है।

पहले से तैयारी करके रखें

चक्रवात के बारे में सरकार अपनी ओर से सभी तक जानकारी पहुंचाने की कोशिश कर रही है। वहीं आजकल हर जानकारी सोशल मीडिया पर आसानी से उपलब्ध हो रही। इसके बावजूद विश्वसनीय मौसम पूर्वानुमान और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी चेतावनियों से ही अपडेट रहें।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.