इंदौर के ट्रेजर टाउन में गुंडागर्दी का मामलाl एसआइटी करेगी पलायन की जांच
इंदौर। इंदौर के ट्रेजर टाउन (ईडब्ल्यूएस) से पलायन मामले की जांच एसआइटी करेगी। उपायुक्त आदित्य मिश्रा ने टीम गठित की है। राजेंद्र नगर टीआइ सतीश पटेल को जांच से दूर रखा है। रहवासियों ने टीआइ पर अनदेखी का आरोप लगाया है। उधर पर्चे चिपकाने वाले रहवासियों के विरोधी गुट ने भी भ्रामक जानकारी देने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर व डीसीपी से शिकायत की है।
पुलिस आयुक्त मकरंद देऊस्कर के अनुसार, रहवासी प्रशांत पांडे, त्रिलोक पटेल सहित 12 लोगों ने ‘मेरा घर बिकाऊ है’ के पर्चे चिपकाए थे। उनका आरोप है कि टाउनशिप में गुंडा तत्व सक्रिय है। 25 परिवार पलायन कर चुके हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान लेने पर रहवासियों का एक धड़ा पांडे के खिलाफ खड़ा हो गया है। भारती शिंदे ने टाउनशिप को बदनाम करने की साजिश बताया। दावा किया कि यहां न नशाखोरी होती है न गुंडागर्दी होती है। पूरा मामला चुनाव से जुड़ा हुआ है। भारती शुक्रवार को डीसीपी जोन-1 आदित्य मिश्रा के पास पहुंचीं और लिखित शिकायत दर्ज करवाई। डीसीपी ने दोपहर विशेष जांच दल (एसआइटी) बना दी। अब एसआइटी मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। इसमें पुलिस की भूमिका है या नहीं, यह भी सामने आ जाएगा।
टाउनशिप की सोसायटी बनाई जाएगी
टीम में जोन-1 के एडिशनल डीसीपी जयवीरसिंह भदौरिया, मल्हारगंज के एसीपी राजीवसिंह भदौरिया और राऊ टीआइ नरेंद्र रघुवंशी को रखा है। राजेंद्र नगर टीआइ सतीश पटेल को इसमें शामिल नहीं रखा है। रहवासियों ने टीआइ पर भी अनदेखी का आरोप लगाया था। उधर, शुक्रवार शाम टाउनशिप में शांति समिति की बैठक हुई। पार्षद ओपी आर्य, पूर्व पार्षद निलेश चौधरी सहित पुलिस अधिकारी पहुंचे। बैठक में तय हुआ कि टाउनशिप की सोसायटी का गठन कर पंजीयन करवाया जाएगा। दोनों पक्षों में समन्वय स्थापित करवाने पर जोर दिया।
झाड़ा पल्ला: बिल्डर को जिम्मेदार बता रही पुलिस
पलायन की चेतावनी के बाद बैकफुट पर आई पुलिस ने दूसरे धड़े को आगे किया है। शिकायत के बाद अधिकारियों ने दावा कि रहवासी गुंडागर्दी से नहीं, बल्कि बिल्डर से नाराज थे। पुलिस ने समन्वय स्थापित कर सीसीटीवी फुटेज, लाइट, साफ-सफाई का कार्य करवा दिया है। टाउनशिप के एंट्री गेट पर गार्ड बैठा दिया है। आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की एंट्री की जाएगी। पुलिस अब यह बताने का प्रयास कर रही है कि टाउनशिप में दो गुट हैं। चुनाव हारने के कारण एक गुट ने पलायन करने के पर्चे चिपकाए थे।
पुलिस की पैंतरा : शिकायतकर्ताओं पर केस की तैयारी
आरोपों को झेल रही पुलिस ने अब शिकायकर्ताओं पर कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है। विवाद की आशंका जताकर दो पक्षों को बाउंडओवर करने की चेतावनी दी है। पुलिस ने मल्टी के पाचों ब्लाक का सत्यापन करवाया। इसी के साथ दावा किया है कि मल्टी में 260 परिवार रहते हैं। यहां 758 सदस्य हैं। 16 लोग ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस का दावा है कि नशाखोरी के कोई भी केस नहीं मिला है। पुलिस अब परिसर में खड़े वाहनों की भी जांच करवा रही है।
इधर, शिकायकर्ता बोले- गुमराह करने की कोशिश
शिकायतकर्ता पुलिस के रवैये से नाराज हैं। उनका आरोप है कि पुलिस खुले में अपराधियों का नाम पूछती है। यहां तो धमकियां मिल रही हैं। पुलिसवाले तो चले जाएंगे। हमको यहां रहना है। मुद्दे से भटकाया जा रहा है। रहवासियों में रहवासियों में मतभेद बताया जा रहा है, जबकि हम जो शिकायत कर रहे हैं। उसकी बात ही नहीं हो रही।
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