प्राध्यापक से 98 हजार 130 रुपये ठगी के चार आरोपित झारखंड के देवघर से गिरफ्तार
रायगढ़। थाना कोतरारोड़ क्षेत्र अंतर्गत कृष्णा विहार कालोनी में रहने वाले सहायक अध्यापक से मोडिफाईड बैंकिंग ऐप से लोन के नाम पर 98 हजार 130 रुपये आनलाइन ठगी के चार आरोपितों को कोतरारोड पुलिस ने साइबर टीम के सहयोग से झारखंड के देवघर से पकड़ा है। आरोपितों को पर धारा 420 आईपीसी का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
साइबर सेल ने आईएमईआई के आधार पर जांच के दौरान पाया कि आरोपितों द्वारा प्रयोग किए गये सिम नंबरों का कई सेट में उपयोग करते हुए 22 राज्यों में ठगी की गई है।
इस आधार पर आरोपियों की पतासाजी व गिरफ्तारी के लिए टीम झारखंड रवाना किया गया। टीम ने देवघर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मोरने में दबिश देकर चार युवकों को हिरासत में लिया और रायगढ़ लेकर आए। आरोपितों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उन्होंने इंटरनेट पर कस्टमर केयर के कई फेक नंबर अपलोड किए हैं। अनेक बैंकिंग ऐप को भी मॉडिफाई किया है। अन्य व्यक्तियों के नाम पर मोबाइल खरीद कर उनमें फर्जी सिम का प्रयोग कर रहे हैं। लोगों को क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लाइन बढाने, ऑनलाइन बैंक लोन निकलवाने के नाम पर कॉल करते हैं। इसके अलावा फेक कस्टमर नंबर पर संपर्क में आते हैं। इसी से लिंक शेयर कर उनके खातों से रकम निकालते हैं। उन्होंने बताया कि मोबाइल धारकों से ठगी रकम से आनलाइन महंगे सामान खरीदते हैं, फिर उसे बेचकर रकम आपस में बांट लेते हैं।
रायगढ़ के कुबेर मिश्रा से मजहर अंसारी ने फर्जी सिम कार्ड का प्रयोग कर पीएनबी और इंडियन बैंक के खाते से 98 हजार 130 दूसरे खाते में ट्रांसफर किया था। चारों आरोपितों ने रुपये आपस में बांट कर खर्च कर लिया।
बहरहाल पुलिस ने अब्दुल वाहिद अंसारी पिता अब्दुल रऊफ अंसारी 28, मजहर अंसारी पिता गुफरान अंसारी 23, सफ़रउद्दीन अंसारी पिता गुफरान अंसारी 18, महफूज अंसारी पिता जमशेद अंसारी 22सभी निवासी मोरने थाना मोहनपुर जिला देवघर को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से आठ मोबाइल जब्त किया गया है।
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