जिले के कोढ़ा सीएचसी एवं तीन एचडब्ल्यूसी में एन्क्वास को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित
कोढ़ा सीएचसी में एचडब्ल्यूसी के सीएचओ के साथ गैप एनलाइसिस को लेकर हुई बैठक: डीसीक्यूए
स्थानीय अस्पताल सहित एचडब्ल्यूसी में गुणात्मक सुधार को प्रयास जारी: एमओआईसी
कटिहार। जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोढ़ा, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दिघरी, रौतारा एवं कोलासी का चयन राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एन्क्वास) कार्यक्रम के लिए किया गया है। इसको लेकर जिलास्तरीय टीम के द्वारा कोढ़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में तीनों एचडब्ल्यूसी के सीएचओ के साथ बैठक की गयी। इस अवसर पर जिला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन पदाधिकारी डॉ किसलय कुमार, डीपीसी मज़हर अमीर, स्थानीय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमित आर्या, केयर इंडिया की ओर से रश्मि कुमारी, बीएचएम मुकेश कुमार, बीसीएम सचिन कुमार सहित सभी विभागों के प्रभारी व कर्मी उपस्थित थे।
कोढ़ा सीएचसी में एचडब्ल्यूसी के सीएचओ के साथ गैप एनलाइसिस को लेकर हुई बैठक: डीसीक्यूए
जिला सलाहकार, गुणवत्ता यक़ीन डॉ किसलय कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एन्क्वास) कार्यक्रम को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोढ़ा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमित कुमार आर्या सहित
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दिघरी की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) पल्लवी कुमारी, रौतारा की सीएचओ ऋचा कुमारी एवं कोलासी के सीएचओ के साथ समीक्षा बैठक की गयी। बता दें कि पहले ही जिलास्तरीय टीम के द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का निरीक्षण किया जा चुका है। इसके फ़ॉलोअप (आगे की कार्रवाई करना) के साथ ही गैप एनलाइसिस (अधूरे कार्यो का विश्लेषण) के लिए महत्वपूर्ण बैठक कर जल्द से जल्द इसको पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
स्थानीय अस्पताल सहित एचडब्ल्यूसी में गुणात्मक सुधार को लेकर प्रयास जारी: एमओआईसी
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमित कुमार आर्या ने कहा कि स्थानीय सीएचसी सहित एचडब्ल्यूसी में सभी तरह की चिकित्सीय व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हुआ है। सुधार को लेकर विभागीय स्तर पर राज्य एवं जिला स्तर के अधिकारियों के मार्गदर्शन में लगातार प्रयास किया जा रहा हैं। जिसमें काफ़ी हद तक सफ़लता भी मिल रही हैं। लक्ष्य और कायाकल्प में बेहतर प्रदर्शन किया गया है। अब एनक्वास के पैमाने पर खरा उतरने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोढ़ा का निरीक्षण जिलास्तरीय कोचिंग टीम के द्वारा किया गया है। जिसको लेकर पहले से ही तैयारी चल रही थी। अधूरे कार्यो को जल्द से जल्द पूरा करने का आवश्यक दिशा-निर्देश मिला है।