शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण राजधानी के एक सरकारी स्कूल में दो प्राचार्यों की पदस्थापना
भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और प्राचार्यों को प्रमोशन दिया है। इसमें प्रधानाध्यापक को हायर सेकेंडरी प्राचार्य, व्याख्याता आदि के पदों पर पदोन्नत किया गया है। प्रदेश के 1325 हाईस्कूल के प्राचार्य को हायरसेकेंडरी स्कूलों का प्राचार्य बनाने के लिए प्रमोशन दिया गया है।इसकी सूची भी जारी कर दी गई है, लेकिन इसमें विभाग की लापरवाही सामने आई है। कई सरकारी स्कूलों में दो-दो प्राचार्यों को पदस्थापना मिल गई है। वहीं कुछ प्राचार्यों को 150 किमी दूर के स्कूल में पदस्थापित कर दिया गया है।
राजधानी के चूनाभट्टी शासकीय उमावि में दो प्राचार्य और कस्तूरबा उमावि में दो प्राचार्यों की पदस्थापना की गई है। साथ ही पदोन्नति में भी कई गड़बड़ियां सामने आ रही है।बता दें, कि 1325 हाईस्कूल प्राचार्य को पदोन्नत कर हायर सेकेंडरी का प्राचार्य बना दिया गया है। इसमें 816 को कार्यमुक्त कर दिया गया है।इनमें से 735 ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
इन जिलों में सबसे अधिक प्रमोशन मिला
सबसे ज्यादा प्रमोशन इंदौर में 96, सागर में 93, जबलपुर में 82, ग्वालियर व भोपाल में 53 हाईस्कूल प्राचार्यों को पदोन्नत किया गया है।वहीं छतरपुर में 68, सतना 67,उज्जैन 56,रीवा 42, देवास 38, छिंदवाड़ा व दमोह 37,खरगोन 31 में पदोन्नत किया गया है।इन जिलों में कार्यमुक्त करने की संख्या कम है।
पांच जिलों में एक भी प्रमोशन नहीं
अलिराजपुर, अनुपपूर, धार, डिंडौरी, मंडला में एक भी प्राचार्य को प्रमोशन नहीं दिया गया है।वहीं इन जिलों में सरकारी स्कूलों में प्रभारी प्राचार्य ही जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
बिना काउंसलिंग के दूसरे जिले में भेज दिया गया
राजधानी के शासकीय उमावि की प्राचार्य शोभा चतुर्वेदी का रायसेन जिले में हरदोत शासकीय उमावि में प्राचार्य पद पर पदोन्नत किया गया है।शोभा कहती हैं कि बिना काउंसलिंग के रायसेन जिले में भेज दिया गया।ऐसे में ज्वाइन करना मुश्किल हो रहा है।
इन स्कूलों में दो प्राचार्य
शासकीय उमावि चूनाभट्टी स्कूल में पहले से ममता शर्मा प्राचार्य के पद पर पदस्थ हैं। वहां पर हबीबगंज शासकीय उमावि से उषा भदौरिया को प्राचार्य पदोन्नत कर भेजा गया है। ऐसे ही कस्तूरबा गांधी उमावि में पहले से प्राचार्य गीता वर्मा पदस्थ थी, लेकिन वहां पर फंदा के स्कूल से फादिहा खान को पदोन्नत किया गया है।
इनका कहना है
-अगर प्रमोशन में कोई गड़बड़ी सामने आई तो उसे फिर से जांच कराकर सूची जारी किया जाएगा। जिन स्कूलों में दो प्राचार्यों की स्थिति बनी है। उन स्कूलों में प्रभारी प्राचार्य थे तो अब नियमों के तहत वहां पदोन्नत दिया गया है।
इंदर सिंह परमार, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री
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