देशभर के 1309 रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्प, पहले चरण में 508 का होगा आधुनिकीकरण
नई दिल्ली। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर में 1309 स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। पहले चरण में 508 स्टेशनों को शामिल किया गया है, जिन पर 24,470 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पहले चरण में शामिल रेलवे स्टेशनों के नवीनीकरण कार्य की आधारशिला रखेंगे। इस दौरान वह यात्रियों को भी संबोधित करेंगे।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने कहा कि अगले 30 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर स्टेशनों के पुनर्विकास का काम किया जाना है। इस योजना के तहत रेलवे स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित किया जाएगा।
इमारतों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति से होगा प्रेरित
इनकी इमारतों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा। दिव्यांगों, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों को ध्यान में रखते हुए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। योजना में जिला मुख्यालय के उन छोटे स्टेशनों को भी शामिल किया गया है, जहां यात्रियों की संख्या अधिक है, लेकिन वे आधुनिकीकरण में पिछड़ गए।
एजेंसियों को छह से आठ माह में काम पूरा करना होगा। इस योजना के तहत मध्य प्रदेश में रानी कमलापति, गुजरात में गांधीनगर और कर्नाटक में सर एम विश्वेश्वरैया रेलवे स्टेशन को अपग्रेड किया जा चुका है।
योजना में उप्र के सबसे ज्यादा 156 स्टेशन
अमृत भारत स्टेशन योजना में हरियाणा के 40 स्टेशन शामिल किए गए हैं। आंध्र प्रदेश के 72, अरुणाचल प्रदेश का एक, असम के 50, बिहार के 92, छत्तीसगढ़ के 32, दिल्ली के 13, गोवा के तीन, गुजरात के 87, हिमाचल प्रदेश से चार, झारखंड के 57, कर्नाटक के 56, केरल के 35, मध्य प्रदेश के 80, महाराष्ट्र के 126, सिक्किम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम व नगालैंड के एक-एक, ओडि़सा के 57, पंजाब के 30, राजस्थान के 83, तमिलनाडु के 75, तेलंगाना के 40, त्रिपुरा के चार, यूटी आफ चंडीगढ़-एक, यूटी आफ जम्मू एंड कश्मीर-चार, यूटी आफ पुडुचेरी-तीन, उत्तर प्रदेश के 156, उत्तराखंड के 11 और बंगाल से 98 स्टेशन हैं।
उत्तर रेलवे के 144 स्टेशनों का होगा पुनर्निर्माण कार्य
इस योजना के अंतर्गत उत्तर रेलवे के 144 स्टेशनों को पुनर्विकास किया जाना है। पहले चरण में 71 स्टेशनों को शामिल किया गया है। दिल्ली मंडल के कुल 33 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है, जिनमें 14 स्टेशन पहले चरण के लिए चुने गए हैं।
सबसे ज्यादा लुधियाना स्टेशन पर 460 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 436 करोड़ रुपये से चंडीगढ़ और 371 करोड़ से दिल्ली कैंट स्टेशन का नवीकरण होगा। गाजियाबाद स्टेशन पर के लिए 337 करोड़ और फरीदाबाद के लिए 262 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए गए हैं।। इसी तरह जम्मू कश्मीर में 259 करोड़ व जालंधर कैंट 99 करोड़ खर्च होंगे।
स्टेशनों पर उपलब्ध होने वालीं सुविधाएं
- रेलवे स्टेशनों तक पहुंचने में होने वाली परेशानी दूर की जाएगी।
- स्टेशन के दोनों तरफ से प्लेटफार्म पर यात्रियों को प्रवेश व बाहर जाने की सुविधा।
- स्टेशन भवन में सुधार।
- स्वचालित सीढि़यों का प्रविधान।
- बेहतर प्रकाश व्यवस्था।
- सर्कुलेटिंग क्षेत्र का विस्तार।
- पार्किंग श्रेत्र में सुधार।
- दिव्यांगजनों के अनुकूल आधारभूत सुविधाएं।
- हरित और नवीनीकृत ऊर्जा का उपयोग, पर्यावरण अनुकूल इमारत।
- रूफ प्लाजा की व्यवस्था जिससे यात्रियों को ट्रेन के इंतजार करने में परेशानी न हो।
- बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए स्थानीय परिवहन जैसे मेट्रो व बस स्टैंड से जोड़ना।
उत्तर भारत के इन स्टेशनों का होगा कायाकल्प
- बहादुरगढ़
- दिल्ली कैंट
- फरीदाबाद
- गाजियाबाद
- जींद
- मानसा
- मोदीनगर
- नरेला
- नरवाना
- पटौदी रोड
- रोहतक
- शामली
- सोनीपत
- सब्जी मंडी
- बड़गाम
- ढंढारी कलां
- फाजिल्का,
- फिरोजपुर कैंट
- गुरदासपुर
- जालंधर कैंट
- जम्मूतवी
- कपूरथला
- कोटकपूरा
- लुधियाना
- मुक्तसर
- पठानकोट
- फिल्लौर
- उधमपुर
- अमेठी
- बाराबंकी
- भादौही
- दर्शन नगर
- जंघाई
- जौनपुर
- काशी
- प्रतापगढ़
- फूलपुर
- प्रयाग जंक्शन
- रायबरेली
- शाहगंज
- सुलतानपुर
- उन्नाव
- उत्तराहटिया
- अमरोहा
- बिजनौर
- चंदौसी
- गजरौला
- हापुर
- हरदोई
- हारावाला
- नगीना
- नजीबाबाद
- रामपुर
- रूड़की
- शाहजहांपुर
- अबोहर
- अंबाला शहर
- अंबअंदौरा
- आनंदपुर साहिब
- चंडीगढ़
- धुरी
- कालका
- मलेरकोटला
- नंगलडैम
- पटियाला
- रूपनगर
- सहारनपुर
- साहिबजादा
- अजीत सिं नगर
- संगरूर
- सरहिंद
- यमुनानगर जगाधरी
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.