ब्रेकिंग
अडानी से लेकर मणिपुर तक… कांग्रेस ने बताया किन मुद्दों को संसद सत्र में उठाएगी जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली फांसी महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी तेज, BJP-शिवसेना-NCP की अलग-अलग बैठकें पत्थर तो चलेंगे… संभल बवाल पर बोले रामगोपाल यादव, अखिलेश ने कहा- सरकार ने जानबूझकर कराया पाकिस्तान से जंग में तीन बंकरों को कर दिया था नेस्तनाबूद , कहानी गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय की झारखंड: जिस पार्टी का जीता सिर्फ एक विधायक, उसने भी बोला दे दूंगा इस्तीफा गाजियाबाद: डासना मंदिर के बाहर फोर्स तैनात, यति नरसिंहानंद को दिल्ली जाने से रोका, ये है वजह गूगल मैप ने दिया ‘धोखा’… दिखाया गलत रास्ता, पुल से नदी में गिरी कार, 3 की मौत 30 लाख की नौकरी छोड़ी, UPSC क्रैक कर बने IPS, जानें कौन हैं संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई? संभल: मस्जिद के सर्वे को लेकर 1 घंटे तक तांडव… फूंक दीं 7 गाड़ियां, 3 की मौत; बवाल की कहानी

करीमा बलूच की हत्या में घिरे कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, पढ़‍िए क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर आरोप लगाने के बाद अपने घर के अंदर ही कैद होकर रह गए हैं। एक तरफ जहां भारत ने ट्रूडो के बयान पर पलटवार किया है वहीं दूसरी ओर कनाडा के नेताओं ने भी इस मामले में उन पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।

पीएम ट्रूडो पर बलूच मानवाधिकार परिषद ने उठाए गंभीर सवाल

कनाडा में बलूच मानवाधिकार परिषद (बीएचआरसी) ने पीएम जस्टिन ट्रूडो पर मानवाधिकार कार्यकर्ता करीमा बलूच की हत्या को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि ट्रूडो ने निज्जर की हत्या पर तो दुख जता रहे हैं, लेकिन तीन साल पहले करीमा की हत्या के मामले में अब तक कुछ नहीं कहा। बीएचआरसी ने कहा कि करीमा का अपहरण करने के बाद हत्या हो गई थी, उन्होंने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने का आरोप भी लगाया।

पाकिस्तानी सरकार और सेना के विरोध में खड़ी हुई थी करीमा बलूच

मानवाधिकार कार्यकर्ता करीमा बलूच लगातार पाकिस्तान सरकार और सेना का विरोध कर रही थी। करीमा ने पाकिस्तान सरकार के कामों को बेनकाब किया है। वो लगातार बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग करने की मांग कर रही थी। वह बलूचिस्तान को अलग देश बनाने के लिए चल रहे आंदोलन का प्रमुख चेहरा थी।

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के खिलाफ भी करीमा बलूच ने मोर्चा खोल रखा था। इसके बाद ही उन्हें निशाना बनाया गया। करीमा आईएसआई बचकर कनाडा आ गई थी, लेकिन यहां भी उनके रिश्तेदारों की मौत हो गई।

टोरंटो में मिला था करीमा का शव

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई करीमा को लगातार धमकी दे रही थी। इस दौरान 2020 में टोरंटो में उनका शव मिला। करीमा के परिजनों ने इसमें पाकिस्तान का हाथ होने का आरोप लगाया, लेकिन कनाडा सरकार ने उसे आत्महत्या बताकर केस को बंद कर दिया।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.