पेशाब कांड से चर्चा में आए केदार नाथ शुक्ल का टिकट कटा
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 39 प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर सबको चौंका दिया। पार्टी ने सीधी से केदार नाथ शुक्ल का टिकट काट दिया है।
पेशाब करने की घटना भारी पड़ी
उल्लेखनीय है कि सीधी से विधायक केदार नाथ शुक्ल पर उनके समर्थक द्वारा आदिवासी पर पेशाब करने की घटना भारी पड़ गई। इसे लेकर वे न केवल चौतरफा घिर गए थे, बल्कि भाजपा को भी बैकफुट पर आना पड़ा था।
कांग्रेस ने बनाया था आदिवासी अपमान का मुद्दा
कांग्रेस ने इसे आदिवासी अपमान का मुद्दा बनाकर आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकाली तो स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आगे आना पड़ा। उन्होंने न केवल पीड़ित व्यक्ति को भोपाल बुलाकर उसके पांव घुलाए, बल्कि शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाकर डैमेज कंट्रोल करने का काम किया था।
जालम सिंह पटेल और नारायण त्रिपाठी को भी टिकट नहीं
भाजपा ने नरसिंहपुर सीट से वर्तमान विधायक जालम सिंह पटेल, मैहर से नारायण त्रिपाठी का टिकट काट दिया है। नारायण त्रिपाठी अपनी अलग पार्टी विंध्य विकास पार्टी गठित कर 30 प्रत्याशी उतारने का एलान कर चुके हैं। वहीं, जालम सिंह पटेल के भाई केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को प्रत्याशी बनाया है।
इन सीटों पर भाजपा ने उतारे नए चेहरे
पार्टी ने नरसिंहपुर, गाडरवारा, जुन्नारदेव, सीधी, सिहावल, जबलपुर पश्चिम, डिंडौरी, निवास, कटंगी, सतना, मैहर, देवरी, राघौगढ़, करैरा, दिमनी, लहार, भितरवार, सेवढ़ा, छिंदवाड़ा, परासिया, घोड़ाडोंगरी, उदयपुरा, आगर, भीकनगांव, पानसेमल, इंदौर एक, नागदा खाचरोद और सैलाना विधानसभा क्षेत्र में नए चेहरे दिए हैं।
कांग्रेस से आए दो नेताओं को भी
सैलाना से संगीता चारेल 2013 में विधायक थीं। पार्टी ने कांग्रेस से आए दो नेताओं को भी चुनाव मैदान में उतारा है। इनमें सागर जिले के देवरी विधानसभा से ब्रजबिहारी पटेरिया और राघौगढ़ से हिरेन्द्र सिंह शामिल हैं। भाजपा ने इसके पहले जो 39 प्रत्याशी की सूची जारी की थी, उसमें 2018 में चुनाव हारे 23 प्रत्याशी बदल दिए थे।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.