ब्रेकिंग
सिंगरौली में ट्यूब के सहारे नदी में तैर रही बालिका डूबी ... बचाने में साथियों के साथ पिकनिक पर गए 3 ... खाद के लिए छतरपुर की मंडी परिसर में गोदाम पर आपस में भिड़े किसान भितरवार में 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा पटवारी छिंदवाड़ा, कटनी व दमोह के ग्रामीण क्षेत्र दिखे बाघ और मगरमच्‍छ, ग्रामीण भयभीत जबलपुर की जीआईएफ आयुध निर्माणी में बैरल काटते वक्‍त ब्‍लास्‍ट, घायल कर्मी अस्‍पताल में भर्ती बोर्ड परीक्षाओं में एक केंद्र पर रह सकेंगे अधिकतम 250 परीक्षार्थी, नकल रोकने के लिए कवायद बुरहानपुर में तहसीलदार का रीडर रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया, नामांतरण के लिए मांगे थे रुपये MP में निवेश को बढ़ाने CM मोहन यादव पहुंचे लंदन, गर्मजोशी के साथ हुआ स्वागत नदी में डूबने से डॉक्टर और 13 साल की बच्ची की दर्दनाक मौत, रातभर चला रेस्क्यू भोपाल में दर्दनाक हादसा, कॉलेज बस ने स्कूटी को कुचला, पिता की मौत, बेटी घायल

दाल और बेसन में त्योहारी ग्राहकी सिमटी, चना 100 रुपये टूटा

इंदौर। चना दाल और बेसन में दीपावली त्योहारी की ग्राहकी ग्रामीण क्षेत्रों की लगभग सिमट चुकी है। शहरी क्षेत्रों की ग्राहकी भी घटने लगी है, जिसके चलते मिलों की चने में लेवाली बेहद कमजोर है, जबकि चने की आवक छुटपुट रूप से होने के कारण भाव में नरमी रही। चना कांटा 100 रुपये घटकर 6200-6250 रुपये प्रति क्विंटल रह गया।

व्यापारियों का कहना है कि देसी चना मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं महाराष्ट्र की प्राइवेट मंडियों में बेहद कम आ रहा है। केवल स्टाक के माल बिक रहे हैं। वास्तविकता यह है कि मध्यप्रदेश में अधिकतर माल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों के बिक गए थे। दाल मिलें भी पिछले कई सालों से मंदे भाव होने से खरीद नहीं हो पाई। इधर कच्ची मंडियों का कारोबारी भी माल बेच गए थे।

राजस्थान की फसल में पोल आने से वह माल भी काफी निपट चुका है। सरकार के पास स्टाक है, लेकिन इतने बड़े देश में खपत के लिए उपयुक्त माल नहीं होने से आगे रुक-रुककर बाजार पुन: तेज हो सकते है। हालांकि, कितनी तेजी आती है ये नाफेड और सरकार पर निर्भर करेगी। दीपावली बाद चना दाल और बेसन में वैवाहिक सीजन की खरीदारी शुरू हो जाएगी जो जनवरी तक बनी रहने की संभावना है।

दूसरी ओर मीडियम और हल्की क्वालिटी का काबुली चना बड़ी मात्रा में आ रहा है, जबकि इनमें डिमांड नहीं होने से भाव नीचे जा रहे हैं। शनिवार को काबुली चना 100 रुपये और घट गया है। तीन दिन में काबुली चना करीब 400 रुपये क्विंटल तक टूट गया। कंटेनर में डालर चना 40/42 16800, 42/44 16600, 44/46 16400, 58/60 15000, 60/62 14900, 62/64 14800 रुपये क्विंटल रह गया। तुवर, मसूर, मूंग और उड़द में कारोबार सामान्य रहा। भाव में स्थिरता रही।

दलहन के दाम – चना कांटा 6200-6250, विशाल 6050-6100, डंकी 5500-5700, मसूर 6175-6200, तुवर महाराष्ट्र सफेद 11900-12100, कर्नाटक 12100-12300, निमाड़ी तुवर 9500-11700, मूंग 8800-8900, बारिश का मूंग नया 9600-10000, एवरेज 7000-8000, उड़द बेस्ट 9500-10500, मीडियम 7500-8500, हल्का उड़द 3000-5000 रुपये।

दालों के दाम – चना दाल 8250-8350, मीडियम 8450-8550, बेस्ट 8650-8750, मसूर दाल 7700-7800, बेस्ट 7900-8000, मूंग दाल 10600-10700, बेस्ट 10800-10900, मूंग मोगर 11400-11500, बेस्ट 11600-11700, तुवर दाल 14100-14200, मीडियम 15000-15100, बेस्ट 15500-15700, ए. बेस्ट 16600-16700, ब्रांडेड तुवर दाल 17100, उड़द दाल 11500-11600, बेस्ट 11700-11800, उड़द मोगर 12100-12200, बेस्ट 12300-12500 रुपये।

गेहूं मंडी भाव – मिल क्वालिटी 2800-2825, पूर्णा 2900-2950, लोकवन 3100-3200, मालवराज 2800-2850 रुपये। आटा-रवा भाव : आटा 1470-1480, रवा 1600-1620, मैदा 1520-1540 और चना बेसन 3900-4000 रुपये कट्टा।

इंदौर चावल भाव – दयालदास अजीतकुमार छावनी के अनुसार बासमती (921) 11500-12500, तिबार 9500-10000, बासमती दुबार पोनिया 8500-9000, मिनी दुबार 7500-8000, मोगरा 4200-6500, बासमती सेला 7000-9500, कालीमूंछ डिनरकिंग 8500, राजभोग 7500, दुबराज 4500-5000, परमल 3200-3400, हंसा सेला 3400-3600, हंसा सफेद 2800-3000, पोहा 4300-4800 रुपये क्विंटल।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.