कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफल रहा :कमांडेंट
कटिहार। रेल मंडल अंतर्गत ओटी पारा स्थित आरपीएफ सी कंपनी के मैदान में आरपीएफ कमांडेंट कमल सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को एक सुरक्षा सम्मेलन आयोजित हुई। आयोजित सुरक्षा सम्मेलन के दौरान आरपीएफ कमांडेंट ने कटिहार डिवीजन को रेल सप्ताह के दौरान रेल महाप्रबंधक द्वारा प्रदान किए गए सिक्योरिटी शील्ड मिलने पर हर्ष प्रकट करते हुए सभी को धन्यवाद दिया गया। आरपीएफ कमांडेंट कमल सिंह ने कहा कि आरपीएफ को एन एफ रेल के पांचों मंडल में कटिहार रेल मंडल को सबसे अच्छे प्रदर्शन के लिए सिक्योरिटी शील्ड मिला है। जो की कटिहार रेल मंडल के लिए गौरव की बात है। यह शील्ड आरपीएफ के सभी क्रियाकलापों और उपलब्धियां को देखते हुए रेल महाप्रबंधक द्वारा प्रदान किया गया किया जाता है। जिसके लिए आरपीएफ के अधिकारी और जवानों की काफी भागीदारी और योगदान रहा। आरपीएफ अपराध नियंत्रण की दिशा में लोगों को जागरूक करने के प्रयास में भी काफी सफल रहा है। आरपीएफ द्वारा ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। आरपीएफ की रेल मदद और मेरी सहेली वर्तमान में काफी कारगर साबित हो रही है। जिससे रेलवे सुरक्षा बल द्वारा यात्रियों की किसी भी छोटे-बड़े मामले के संज्ञान में आते ही तत्काल उसका समाधान कर दिया जाता है और यात्रियों को पूरी तरह संतुष्ट कर दिया जाता है। आरपीएफ द्वारा मेरी सेहली के माध्यम से ट्रेन में अकेले यात्रा कर रही महिलाओं को चिन्हित कर उनके सुरक्षित गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जाता है। आरपीएफ कमांडेंट कमल सिंह ने आयोजित सुरक्षा सम्मेलन में जवानों को सुरक्षा का पाठ भी पढ़ाया। आरपीएफ कमांडेंट श्री सिंह ने कहा कि रेल संपत्ति व यात्रियों की सुरक्षा आरपीएफ की मुख्य जिम्मेदारी है। उन्होंने जवानों का हौसला बढ़ाया और सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए मंथन किया। आरपीएफ की मुस्तैदी की वजह से ट्रेनों में वारदात काफी कम हुई हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ जवान 24*7 हमेशा सक्रिय रहते है। जवानों की जिम्मेदारी है कि यात्री अपने तय स्टेशन तक सुरक्षित यात्रा कर सकें। इस अवसर पर आरपीएफ के कमांडेंट कमल सिंह के साथ आरपीएफ इंस्पेक्टर राकेश कुमार सहित आरपीएफ के कई अधिकारी और जवान आयोजित सुरक्षा सम्मेलन में मोजूद थे।