MP में कहीं नदियों पर तो कहीं 4 हजार फीट पर किया गया योगाभ्यास, मेडिकल के छात्रों ने भी दिखाया जमकर जोश
भोपाल: आज 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। इस मौके पर देश भर सहित मध्यप्रदेश में भी योगाभ्यास किया गया। मध्य प्रदेश में जहां नदियों में योग किया गया तो वहीं मध्य प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ में कलेक्टर विमला गढ़वाल के आदेश पर 4 हजार फीट ऊपर योगाभ्यास किया गया। घने कोहरे के बीच पचमढ़ी की धूपगढ़ चोटी पर योग किया गया। तो वहीं इंदौर में भी मेडिकल के छात्रों ने भी योगाभ्यास में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
मेडिकल के छात्रों ने भी लिया बढ़चढ़ कर हिस्सा…
योगा डे पर मेडिकल के छात्रों ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इंडेक्स डिपार्टमेंट ऑफ फिजियोथैरेपी एंड पैरामेडिकल, मालवांचल यूनिवर्सिटी द्वारा विश्व योग दिवस मनाया गया। बारिश के बाद भी इंडेक्स मैदान पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर युवाओं में भारी उत्साह देखने को मिला। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम है ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ थी। योग दिवस कार्यक्रम में इंडेक्स समूह संस्थान के विद्यार्थियों ने हलासन, चक्रासन और शीर्षासन के साथ कई सामूहिक योग मुद्राएं भी कीं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एसडीएम गोपाल वर्मा ने कहा कि बारिश के बीच युवाओं में इंडेक्स समूह संस्थान स्वास्थ्य से जुड़े पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों में अद्भुत उत्साह देखने को मिला। आज इंडेक्स के मैदान पर खासतौर पर योग के महत्व को सही मायनों में युवाओं ने समझाया है। योग न केवल व्यायाम का एक प्रभावी रूप है, बल्कि मन और शरीर की एकता का प्रतीक भी है।
माउंट इंडेक्स इंटरनेशनल स्कूल के विशाल परिसर में योग दिवस सानंद मनाया गया। इस वर्ष योग दिवस की थीम “महिला सशक्तिकरण के लिए योग” था। कार्यक्रम में विद्यालयके सभी बच्चो ने भाग लेकर योग का शानदार प्रदर्शन किया | शिक्षिको ने बड़ी संख्या में उत्साहपूर्वक भागीदारी की। योग एक ऐसी प्रथा है, जिसकी उत्पत्ति हजारों साल पहले हमारे देश में ही हुई थी। योग दिवस को मनाने से इसके ऐतिहासिक महत्व को समझा जा सकता है। योग शारीरिक व्यायाम से कहीं आगे है। इसमें मानसिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं को शामिल किया गया है तथा इसमें समग्र कल्याण की भावना निहित है। 21 जून योग दिवस मनाने की आदर्श तिथि है, क्योंकि इसका महत्व कई संस्कृतियों में मान्य है और उत्तरी गोलार्द्ध में यह ग्रीष्म संक्रांति का दिन है। योग केवल व्यायाम ही नहीं है, बल्कि यह स्वयं के साथ, विश्व के साथ और प्रकृति के साथ एकता की भावना की खोज करने का एक तरीका भी है।
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