ब्रेकिंग
ससुराल लौटने से पत्नी का इनकार, पति ने मासूम बेटे पर निकाला गुस्सा, जमीन पर पटक कर मार डाला बीजेपी जैसे अयोध्या में हारी, वैसे ही गुजरात में हारने वाली है, अहमदाबाद में बोले राहुल गांधी 48 घंटे के अंदर टीम इंडिया से बाहर होने वाले खिलाड़ी का बड़ा बयान, डेब्यू करने का सपना टूटा बिना परमिशन कोई भी Switch Off नहीं कर पाएगा आपका फोन, ऐसे एक्टिवेट करें पासवर्ड खुशी से उछल पड़ेंगे Jio यूजर्स, इन 2 प्लान्स में फ्री मिल रहा 20GB डेटा सुहागिनों के लिए मंगला गौरी व्रत क्यों होता है खास? जानें कब से होगा शुरू रिफॉर्मिस्ट मसूद पेजेशकियान होंगे ईरान के नए राष्ट्रपति, कट्टरपंथी जलीली का नहीं चला सिक्का पीरियड्स होने पर छोटी छोटी बात पर रोने क्यों लग जाती हैं लड़कियां? 10 एपिसोड, 10 घंटे की मिर्जापुर की वो 5 खामियां जो इसे बाकी दोनों सीजन से बोरिंग बनाती हैं यासीन भटकल के गांव गया, लेना चाहता था एनकाउंटर का बदला; गिरफ्तार आतंकी फैजान को लेकर बड़ा खुलासा

मप्र के सभी टाइगर रिजर्व आज से बंद, अब 1 अक्टूबर को खुलेंगे

भोपाल । मध्य प्रदेश के सभी 6 टाइगर रिजर्व बांधवगढ़, कान्हा, पेंच, सतपुड़ा, पन्ना और संजय धुबरी को एक जुलाई से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि कुछ टाइगर रिजर्व के बफर जोन में टाइगर सफारी पहले ही तरह ही संचालित होती रहेगी।

नेशनल पार्क या टाइगर रिजर्व के कोर जोन में पर्यटक नहीं जा सकेंगे। नेशनल पार्कों और टाइगर रिजर्व में तीन महीने तक पर्यटकों के लिए यह पाबंदी लागू रहेगी। जो एक अक्टूबर को खुलेगी।

प्रजनन का समय

दरअसल, यह मौसम में बाघ और बाघिन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है वह इस इस मौसम में एकांतवास में साथ रहते हैं और उनके एकांतवास में कोई खलल हो तो वह खूंखार हो जाते हैं। जिस वजह से नेशनल पार्क बंद करने पड़ते हैं।

बफर जोन में जारी रहेगी सफारी

मध्यप्रदेश में बांधवगढ़ सहित अन्य टाइगर रिजर्व के बफर जोन में सफारी जारी रहेगी और बफर में घूमने वाले टूरिस्ट बारिश के दौरान सफारी का आनंद ले सकते हैं। गौरतलब है कि बारिश के दौरान बाघ और बाघिन संसर्ग करते हैं और इस दौरान वे एकांत में रहना पसंद करते हैं।

यही कारण है कि बारिश के दौरान दो से तीन माह के लिए पार्क बंद कर दिए जाते हैं। इसके अलावा बारिश के दौरान पार्क या अभयारण्य के कच्चे रास्तों पर वाहन चलाना काफी मुश्किल भरा हो जाता है। जंगल के अंदर वाहनों के कच्चे रास्तों में फंसने से किसी तरह का कोई हादसे का खतरा बढ़ जाता है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.