पूजा खेडकर केस: पुणे के इस अस्पताल में बना फर्जी विकलांगता सर्टिफिकेट, अब होगी जांच
इस समय विवादों में घिरी IAS पूजा खेडकर की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. पूजा और उनके परिवार वालों के साथ-साथ अब इस मामले से जुड़े बाकी लोगों पर भी इसकी गाज गिरना शुरू हो गई है. पूजा ने फर्जी दिव्यांगता सर्टिफिकेट जमा किया था, जिसे लेकर पुणे के कलेक्टर ने जांच करने का आदेश दिया है.
अपने लिए वीआईपी ट्रीटमेंट मांगकर खुद विवादों में घिरी पूजा की मुश्किलें अब और भी बढ़ती दिख रही हैं. पुणे के कलेक्टर ने पूजा के फर्जी दिव्यांगता सर्टिफिकेट के जांच का आदेश दिया है. ये जांच दिव्यांगता सर्टिफिकेट देने वाले डॉक्टर और उनके सहायकों के खिलाफ होगी साथ ही इसमें सीधे तौर पर YCM अस्पताल का इन्वोलमेंट है या नहीं उसकी भी जांच की जाएगी. YCM अस्पताल ने ही पूजा खेडकर को दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी किया था, जिसमें बताया गया है कि पूजा के बाएं घुटने में स्थायी रूप से 7% विकलांग है.
डॉक्टरों के साथ अस्पताल की भी जांच
पूजा ने इस प्रमाण पत्र के आधार पर केंद्रीय विकलांगता विभाग से विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिया है, इसलिए इस मामले की जांच जरूरी हो गई है कि क्या वह दिव्यांग कल्याण आयुक्तालय के जरिए वाईसीएम के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी सेवा में शामिल हुई? ऐसे में इस सर्टिफिकेट के लिए क्या किसी तरह के गैर कानूनी तरीके से लेन देन हुआ रिश्वत ली गई या दी गई? उसकी भी जांच होगी. सूत्रों की मानें तो जांच में दोषी पाए जाने पर विकलांगता प्रमाणपत्र जारी करने वाले डॉक्टर के साथ-साथ मदद करने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जायेगा. फिलहाल YCM अस्पताल ने इस मामले पर बात करने से इनकार किया है.
परिवार को किया सलाखों के पीछे
पूजा को फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र देने वाले डॉक्टरों और सहायकों पर जांच के आदेश जारी हो गए हैं, इसकी कॉपी TV9 भारतवर्ष के पास है. पूजा को महाराष्ट्र कैडर से रिमूव कर मसूरी ट्रेनिंग अकादमी में ज्वाइन करने के लिए कहा गया, जिसके बाद पूजा ने वाशिम के अतिरिक्त कलेक्टर का प्रभार छोड़ वाशिम जिले से निकल गई लेकिन मसूरी नहीं पहुंची, वह वाशिम से अहमदनगर और पुणे के बीच जाने वाले हाईवे से गायब हो गई, फिलहाल पूजा की तलाश पुलिस कर रही है. पूजा के लापता होने के साथ पूजा की मां मनोरमा खेडकर 14 दिनों की जुडिशल कस्टडी में है तो वही पिता दिलीप खेड़कर के पास कल यानी 25 जुलाई तक की अग्रिम जमानत पर हैं. फर्जी दिव्यांगता सर्टिफिकेट के साथ ही पुलिस पूजा के माता-पिता के तलाक होने वाली बात की भी जांच करेगी.
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