ये तो ‘मौत का स्कूल’ है… जांच के लिए पहुंचे अधिकारी जब बोल पड़े, हादसे में 40 छात्र हो गए थे जख्मी
बाराबंकी के जहांगीराबाद स्थित आवासीय चिल्ड्रन एकेडमी स्कूल का संचालन खंडहर में हो रहा था. दो दिन पहले इस खंडहर की छज्जा गिरने और 40 बच्चों के घायल होने की खबर पर पहुंची जिला स्तरीय निरीक्षण टीम ने इस स्कूल को मौत का घर बताया है. इसी साथ यहां पढ़ रहे बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए किसी अन्य स्कूल में भेजने के साथ ही इस इमारत को तत्काल ध्वस्त करने की सिफारिश की है. जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय में दाखिल कर दिया है.
दो पूर्व हुई घटना की जानकारी मिलते ही खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जिलाधिकारी से बात कर अपडेट मांगा था. इसके बाद उन्होंने राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन करते हुए बाराबंकी भेजा था. इस टीम ने बाराबंकी पहुंचने के बाद सबसे पहले स्कूल का निरीक्षण किया. इसके बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ मीटिंग की. बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने इस मौके पर अधिकारियों से जिले के बाकी स्कूलों की भी जांच कराने और उनकी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए.
दो दिन पहले हुआ था हादसा
बता दें कि कि बाराबंकी के जहांगीराबाद स्थित निजी विद्यालय आवासीय चिल्ड्रन एकेडमी का छज्जा शुक्रवार को भरभराकर गिर गया. इस घटना के वक्त बच्चों की क्लास लगी थी. ऐसे में क्लासरूम में बैठकर पढ़ाई कर रहे 40 से ज्यादा छात्र घायल हो गए थे. इनमें एक छात्र की हालत गंभीर बनी हुई है. इस छात्र को लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे डीएम एंव बीएसए ने स्कूल को सील करा दिया था.
जल्द स्कूल पर चलेगा बुलडोजर
अब स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने बताया कि विद्यालय पूरी तरह से मानक विहीन है. उन्होंने बताया कि वह अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेज चुके हैं. जल्द ही इस इमारत पर बुलडोजर चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक जिले के सभी स्कूलों के भवनों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा.
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