कभी वेंटिलेटर पर तो कभी कोमा में…मरी हुई अनुपमा को जिंदा करने के लिए क्या-क्या किया गया?
एक वक्त था जब छोटे पर्दे पर किसी किरदार की मौत के बाद उसका वापस लौट आना दर्शकों के लिए बड़ा शॉकिंग होता था. लेकिन यकीन मानिए शो के लीड एक्टर की वापसी TRP रेट काफी हाई कर दिया करती थी. लेकिन स्टार का बार-बार मरकर जिंदा हो जाना आज से 12-15 साल पहले ज्यादा पसंद किया जाता था. लेकिन छोटे पर्दे की दुनिया में बैठे राइटर आज भी उस पुरानी ट्रिक को अपना रहे हैं. इतना ही नहीं उनकी ये ट्रिक उनके काम भी आती है. अब ‘अनुपमा’ को ही ले लीजिए. जब-जब शो की टीआरपी में गिरावट आती है, मेकर्स कभी अनुज कपाड़िया तो कभी वनराज शाह की मौत का हिंट देना शुरू कर देते हैं.
‘अनुपमा’ अक्सर TRP की रेस में नंबर 1 की कुर्सी पर अपने पैर जमाए रहता है. हाल ही में इस शो ने लोगों को ध्यान तब और ज्यादा खींचा, जब मेकर्स ने शो में अनुपमा की मौत दिखाने का फैसला किया. एक तरफ शो से वनराज शाह यानी सुधांशु पांडे का बाहर जाना और दूसरी तरफ अनुज और अनुपमा की मौत की कहानी दिखाना. ये सब एक साथ देखकर ‘अनुपमा’ के फैन्स तो दुखी ही हो गए थे. शो के राइटर ने अपनी कहानी में अनुपमा और अनुज के प्यार का अंत भी खूबसूरती के साथ दिखाया था. लेकिन सीरियल की कहानी में ट्विस्ट तो तब आया, जब डॉक्टर द्वारा अनुपमा को मृत घोषित करने के बाद उन्हें जिंदा कर दिया गया.
अनुपमा को कैसे जिंदा किया गया?
टीवी की दुनिया में कुछ भी मुमकिन है…कई दफा तो कहानी का लॉजिक और रियलिटी से कोई लेना-देना ही नहीं होता है. अनुपमा को लेकर पहले डॉक्टर ने कहा कि आप ज्यादा उम्मीद नहीं कीजिए, उनका बचना मुश्किल है. ये सुनते ही अनुपमा की जिंदगी बचाने के लिए सभी अपने-अपने काम में जुट गए. बापू जी भगवान को याद करने लगे. अनुज मंदिर पहुंचकर भगवान से शिकायत करने लगे. अनुपमा की एक्स सास, जिन्हें अब वो अपनी मां मानती हैं, वो भी भगवान कृष्ण से उसकी जिंदगी वापस मांगने लगी. आध्या ने अपनी गलतियों की माफी मांगनी शुरू कर दी. पहले तो इन सबकी दुआ भी काम नहीं आई…क्योंकि डॉक्टर ने बाहर आकर कहा कि अब अनुपमा में कोमे में चली गई हैं. एक बार फिर से पूरा परिवार टूट गया.
अनुपमा के ठीक होने में किसका हाथ था?
अब अनुपमा को ठीक करने में किसका सबसे बड़ा हाथ था, ये जानना जरूरी है. पहला तो शो के राइटर का और दूसरा अनुज कपाड़िया का. अनुज का प्यार और उनका भगवान के सामने तब तक घंटी बजाना, जब तक उनके हाथों से खून नहीं आ गया. भगवान ने अनुज की सुन ली और उनसे कहा कि वो और अनुपमा जरूर एक होंगे. वेंटिलेटर पर लेटी अनुपमा के दिल तक अनुज की आवाज पहुंचती है और वो ठीक हो जाती हैं. देखिए भला, जो डॉक्टर अनुपमा को मरा हुआ घोषित कर चुके थे, वो मिरेकल-मिरेकल कहते नजर आने लगे. राइटर्स और मेकर्स की ये स्टोरी लाइन भले ही जलेबी जितनी सीधी हो, लेकिन इसका फैन्स के दिलों पर गहरा असर पड़ा.
टीवी पर अनुपमा की मौत देखने के बाद शो के लॉयल फैन्स की आंखें नम हो गईं. हालांकि मेकर्स लीड स्टार की मौत का खेल सालों से खेलते आ रहे हैं. शो की शुरुआत में जब अनुपमा और अनुज का प्यार परवान चढ़ रहा था, तब बार-बार अनुज की मौत का हिंट दिया जाता था. लेकिन जैसे ही अनुज की सीन में वापसी होती, TRP छप्परफाड़ कर आती थी. अब मेकर्स को मौत की कहानी से फायदा मिल रहा है, तो वो तो अपने इस ब्रह्मास्त्र का उपयोग जरूर करेंगे और बार-बार करेंगे.
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