ब्रेकिंग
जम्मू-कश्मीर को पहला हिंदू मुख्यमंत्री देने की तैयारी, इस फॉर्मूले से बनेगी BJP सरकार? पूनम से मेरा संबंध नहीं था… अमेठी के दलित परिवार को गोलियों से भूनने वाले चंदन ने खोला मुंह, बच्चों ... बॉयफ्रेंड को पेड़ से बांधा, फिर बारी-बारी 21 साल की लड़की से किया रेप, पुलिस कर रही रेपिस्ट की तलाश बंद रहेगी Metro!, Yellow Line को लेकर डीएमआरसी ने जारी की एडवाइजरी राहुल गांधी की बढ़ी मुश्किलें, Veer Savarkar को लेकर विवादित बयान में पुणे कोर्ट ने भेजा समन कांग्रेस युवाओं को ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ले जाना चाहती है… अमित शाह का बड़ा हमला समुद्री डकैती की घटनाएं फिर बढ़ा सकती हैं दुनिया की टेंशन, इटली की नेवी का दावा, वजह भी बताई हिमाचल: टॉयलेट सीट पर टैक्स नहीं ले रही सरकार, CM सुक्खू ने कहा- ‘झूठ परोसती है BJP’ महाराष्ट्र में अजित पवार को झटका! विधायक बबनराव शिंदे ने की बगावत, शरद पवार की पार्टी में होंगे शामि... हरियाणा के युवा बीजेपी को सबक सिखाएंगे… वोटिंग से एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का ...

बालाघाट का नक्सली जगदीश साथियों के साथ पुलिस मुठभेड़ में ढेर, 16 लाख का था इनाम

बालाघाट। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सीमा पर अबूझमाड़ के जंगल में हुई पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में बालाघाट निवासी नक्सली जगदीश सहित तीन नक्सली मारे गए हैं। इनमें एक महिला नक्सली भी मारी गई है। मारे गए पुरुष नक्सलियों की पहचान रूपेश और जगदीश के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, नक्सली जगदीश डिविजनल कमेटी मेंबर के रूप में कार्य कर रहा था, जिस पर 16 लख रुपए का इनाम घोषित था।

मप्र में नक्सली गतिविधियों की शुरुआत से सक्रिय था

जगदीश बालाघाट जिले का निवासी था। वह मप्र में नक्सली गतिविधियों की शुरुआत से सक्रिय था। वर्तमान में डिविजनल कमेटी मेंबर के रूप में गढ़चिरौली क्षेत्र में सक्रिय था। जगदीश पर मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र तथा छत्तीसगढ़ राज्य में विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध हैं।

वहीं, नक्सली रूपेश दंडकारण्य स्पेशल जोन कमेटी सदस्य के रूप में कार्य कर रहा था। वह मिलिट्री कंपनी क्रमांक 10 के कमांडर के रूप में गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) में सक्रिय था। रूपेश पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

नक्सली विचारधार से दूर रहें, उज्ज्वल भविष्य बनाएं: एसपी

पुलिस अधीक्षक नगेंद्र सिंह ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि ग्रामीण अपने नौजवान पुत्र व पुत्री को नक्सली गतिविधियों में शामिल होने के परिणामों से अवगत कराएं तथा नक्सली विचारधारा से दूरी बनाते हुए उन्हें अच्छे नागरिक बनने के लिए प्रेरित करें।

अपने बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाएं। नक्सल समस्या समाधान में पुलिस की मदद करें। मध्यप्रदेश में नक्सल विरोधी अभियान के तहत नई नक्सली आत्मसमर्पण नीति लागू की गई है। इसमें स्वरोजगार के साथ वित्तीय मदद देने के कई प्रावधान शामिल किए गए हैं।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.