सुनील गावस्कर ने लखनऊ से अयोध्या जाने वाली सड़क की जमकर की तारीफ, कहा- हमें मुंबई के गड्ढों की आदत है
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने अपना अयोध्या जाने का शानदार अनुभव शेयर किया है. उन्होंने कहा कि लखनऊ से अयोध्या जाने वाली सड़क शानदार है. हमें तो मुंबई के गड्ढों की आदत है. गावस्कर कानपुर में हो रहे भारत-बांग्लादेश टेस्ट मुकाबले की कमेंट्री कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने अयोध्या आने-जाने वाली सड़कों की जमकर तारीफ की. दरअसल, वो गुरुवार को अयोध्या पहुंचे थे और उन्होंने रामलला के दर्शन किए थे.
मैच के पहले घंटे के बाद ड्रिंक्स ब्रेक खत्म हुआ और सुनील गावस्कर कमेंट्री पर आए. इसी दौरान दिनेश कार्तिक ने बोला कि सुनील गावस्कर अभी अयोध्या में दर्शन करके आए हैं. इसी बात पर गावस्कर ने अयोध्या के अपने अनुभव को साझा किया. उन्होंने कहा, ‘हमको तो मुंबई के गड्ढों की आदत है, ऐसा लगता है कि मुंबई में सड़क बनाने वालों का हर साल बेनिफिट मैच होता है. वो हर साल सड़क बनाते हैं और हर साल वहां गड्ढे बन जाते हैं.’
हनुमानगढ़ी भी गए गावस्कर
लखनऊ से अयोध्या की दूरी करीब 140 किलोमीटर है जिसे कार से तय करने में करीब 2 घंटे का समय लगता है. गुरुवार को अयोध्या पहुंचे गावस्कर ने राम मंदिर में चल रहे निर्माण कार्य को भी देखा. यही नहीं, वो हनुमानगढ़ी भी गए और वहां पूजा-अर्चना की. हनुमानगढ़ी में हनुमानजी के दर्शन करने के बाद उन्होंने सुग्रीव किला स्थित ट्रस्ट के दफ्तर में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मुलाकात की और करीब एक घंटे तक बातचीत की.
‘सभी को राम लला के दर्शन के लिए आना चाहिए’
रामलला के दर्शन के बाद उन्होंने कहा कि अयोध्या आकर उन्हें बेहतर महसूस हो रहा है. गावस्कर ने कहा, ‘मैं रामलला के दर्शन पाकर धन्य हो गया.’ गावस्कर ने कहा कि राम मंदिर हिंदुओं के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है. सभी लोगों को रामलला के दर्शन के लिए यहां पहुंचना चाहिए. दिग्गज क्रिकेटर रहे गावस्कर ने रामलला के दर्शन के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के श्रीसत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल में पत्रकारों से बात की.
अयोध्या में भगवान राम के दर्शन करने के बाद सुनील गावस्कर कानपुर के लिए रवाना हो गए थे. उन्हें भारत और बांग्लादेश के बीच हो रहे टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में कमेंट्री के लिए कानपुर पहुंचना था. इस मैच की कमेंट्री के दौरान उन्होंने अपना अनुभव साझा किया.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.