कौन हैं AI गॉडफादर ज्योफ्री हिन्टन, किस खोज के लिए मिला है नोबेल प्राइज?
Artificial Intelligence उर्फ एआई जब से आया है तब से बस हर तरफ इसी की चर्चा है. जहां कुछ लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे गिनवाते हुए नजर आते हैं तो वहीं दूसरी तरफ AI केगॉडफादर ज्योफ्री हिंटन ने कुछ समय पहले बताया था कि वह इससे डर हुए हैं. अब हाल ही में Geoffrey Hinton को Nobel Prize in Physics अवॉर्ड दिया गया है, नोबेल प्राइज पाने वाले ज्योफ्री हिंटन आखिर हैं कौन और उन्हें किस उपलब्धि के लिए आखिर ये प्राइज दिया गया है?
आज हम आप लोगों को इसी बात की जानकारी देने वाले हैं. साथ ही ज्योफ्री हिंटन के जीवन से जुड़े कुछ किस्सों के बारे में भी आपको बताएंगे जिससे कि आप एआई गॉडफादर Geoffrey Hinton के बारे में बेहतर ढंग से जान पाएं. ज्योफ्री हिंटन को मशीन लर्निंग को सक्षम बनाने वाली खोज के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया है.
Who is Geoffrey Hinton: जानिए ज्योफ्री हिंटन से जुड़े किस्से
- जियोफ्री हिन्टन का जन्म 6 दिसंबर 1947 को लंदन में हुआ था, उन्होंने 1970 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से Experimental Psychology में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी और 1978 में एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से Artificial Intelligence में पीएचडी की पढ़ाई पूरी की थी.
- जियोफ्री हिन्टन ने विभिन्न शैक्षणिक पदों पर काम किया और मुख्य रूप से टोरंटो विश्वविद्यालय में जहां उन्होंने AI क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
- 2010 में गॉडफादर ऑफ एआई जियोफ्री हिन्टन को Gerhard Herzberg Canada Gold Medal भी मिला था.
- 2013 में जियोफ्री हिन्टन ने DNNresearch की सह-स्थापना की, जिसे बाद में Google ने अधिग्रहित कर लिया.
- गूगल द्वारा कंपनी के अधिग्रहित होने के बाद मार्च 2013 में जियोफ्री हिन्टन ने गूगल कंपनी को ज्वाइन किया. उस वक्त वह अपने टाइम को यूनिवर्सिटी रिसर्च और गूगल में काम के बीच बैलेंस करके चल रहे थे.
- जियोफ्री हिन्टन को उनके योगदान के लिए, 2018 में ट्यूरिंग अवार्ड दिया गया.
- 2013 में गूगल ज्वाइन करने के लगभग 10 सालों बाद यानी 2023 में जियोफ्री हिन्टन ने गूगल में अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
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