नसरल्लाह की मौत के बाद हिजबुल्लाह ने कैसे किया खुदको मजबूत? इजराइल पर फिर होने लगी रॉकेटों की बारिश
इजराइल ने 27 अक्टूबर को लेबनान में हिजबुल्लाह हेडक्वार्टर पर हमला कर चीफ हसन नसरल्लाह समेत दर्जनों हिजबुल्लाह सदस्यों की हत्या कर दी थी. नसरल्लाह की मौत के बाद लग रहा था कि विद्रोही समूह की कमर टूट गई है और इससे उभर पाना उसके लिए आसान नहीं होगा.
इजराइली सेना ने एक बयान में कहा था कि हालिया कार्रवाइयों में उसने हिजबुल्लाह के कम से कम 25 सीनियर कमांडर मार गिराए हैं. इन सब नुकसान के बाद भी हिजबुल्लाह अपने हमलों को जारी रखे हुआ है, लेकिन अक्टूबर की शुरुआत से उसके हमलों की संख्या और सटीकता में कमी देखी गई थी.
जिससे जाहिर हो रहा था कि इजराइल ने हिजबुल्लाह की फर्स्ट लाइन ऑफ कमांड को झटका दिया है जिससे उसके हमलों में कमी आई है और पेजर अटैक ने उसके कम्यूनिकेशन नेटवर्क को भी तोड़ दिया है, जिससे उसके हमलों की सटीकता में कमी देखी गई है. 14 अक्टूबर को हुए IDF के बिनयामीना सैन्य अड्डे पर ड्रोन अटैक और हाइफा पोर्ट पर हुए हमलों से जाहिर हो रहा है कि हिजबुल्लाह ने अपने फर्स्ट लाइन ऑफ कमांड को रिस्टोर कर लिया है.
हिजबुल्लाह ने फिर से खड़ी कमांड, इंटेलिजेंस और मीडिया विंग
नसरल्लाह की मौत के बाद कई जानकारों ने दावा किया था कि नसरल्लाह की मौत हिजबुल्लाह के लिए बड़ा झटका है. लीडर की मौत किसी भी लड़ाई में सैनिकों का मनोबल गिरा देती है, साथ उन्होंने ये भी माना था कि हिजबुल्लाह संगठन की रूपरेखा और काम करने का तरीका बेहद विकेन्द्रीकृत (Decentralized) है, जो कि उसे किसी नेता के बाद भी अपने अभियानों को जारी रखने में मदद करेगा.
हिजबुल्लाह इंटेलिजेंस फिर एक्टिव
बिनयामीना सैन्य अड्डे पर हमला उस वक्त हुआ जब मेस में सैनिक खाना खाने के लिए इकट्ठा था. जानकार मानते हैं इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि इस हमले से पहले सैन्य अड्डे सारी रिपोर्ट हिजबुल्लाह के पास थी, कि कब सैनिक एक जगह इकट्ठा होंगे और कहां होंगे.
इसके अलावा उन पर इजराइल के एयर डिफेंस को कैसे भेदना है इसका भी पूरा प्लान था. इन सभी कड़ियों से पता चल रहा है कि हिजबुल्लाह फिर से मजबूती के साथ इजराइल के खिलाफ खड़ा हो गया है.
नेताओं की हत्या के बाद कौन दे रहा हमले की कमांड?
इजराइल सेना के दावे के मुताबिक करीब 25 सीनियर हिजबुल्लाह अधिकारियों को मार दिया गया है. इसके अलावा कई मिड लेवल और सैन्य स्तर के कमांडरों को भी निशाना बनाया गया है. हसन नसरल्लाह की मौत के बाद से लेबनान से दागे जाने वाले रॉकेटों की संख्या करीब 50 से 80 हो गई थी, अब वापस से हिजबुल्लाह अपने हमलों में इजराइल पर लगभग 100 से 150 रॉकेट दागने लगा है.
सूत्रों के मुताबिक IRGC अफसरों ने कमान संभाली है और हिजबुल्लाह की फर्स्ट लाइन ऑफ कमांड को भरा है. अभी इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि IRGC ने खुद इस जगह को भरा है या मिड लेवल की हिजबुल्लाह कमांड को ही उपर लाया गया है.
हिजबुल्लाह फिर जारी करने लगा ऑपरेशन फुटेज
जंग की शुरुआत से ही हिजबुल्लाह की मीडिया विंग संगठन के ऑपरेशन की फुटेज लगातार शेयर कर रहा था. नसरल्लाह की मौत के बाद हिजबुल्लाह की इन वीडियो में भी गिरावट आई थी. अब वापस से हिजबुल्लाह की मीडिया विंग अपने लड़ाकों के ऑपरेशन की फुटेज डालने लगा है.
हालांकि हिजबुल्लाह ने अभी तक अपने नए नेता का ऐलान नहीं किया है. इसके पीछे जानकार इजराइल की टारगेट किलिंग से बचना मान रहे हैं. दूसरी तरफ इजराइल की भी लेबनान में कार्रवाई जारी है और लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं. अब देखना होगा कि लेबनान के जमीनी ऑपरेशन में इजराइल सेना कितनी अंदर तक जा पाती है या हिजबुल्लाह 2006 की तरह इजराइल को खदेड़ने में इस बार भी कामयाब हो जाएगा.
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