मुआवजा राशि के लिए एक हजार रुपये रिश्वत लेते लोकायुक्त टीम ने लिपिक को दबोचा
रीवा। मुआवजा राशि जारी करने की एवज में रिश्वत की मन कर रहे भू अर्जन विभाग की सहायक ग्रेड 3 को 1000 रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथ ट्रैप किया है।
कर्मचारी को जमानत पर रिहा कर दिया
टीम ने कार्रवाई पूरी हो जाने के बाद उक्त सहायक ग्रेड 3 के कर्मचारी को जमानत पर रिहा कर दिया है। लोकायुक्त टीम ने संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीकृत कर मामले को विवेचना में ले लिया है।
मनगवां जिला रीवा शिकायत दर्ज कराई थी
कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता सुनील पाण्डेय पिता स्वर्गीय श्यामसुंदर पाण्डेय निवासी ग्राम व पोस्ट जोरौट थाना व तहसील मनगवां जिला रीवा शिकायत दर्ज कराई थी।
मुआवजा देने की आवाज में पैसे की मांग कर रहा
शिकायत में बताया था कि भू अर्जन शाखा में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 हीरामणि तिवारी मुआवजा देने की आवाज में रुपये की मांग कर रहा है।
जांच करने पर शिकायत प्रमाणित पाई गई शिकायत
शिकायत की जांच करने पर शिकायत प्रमाणित पाई गई। जिसे लेकर टीम का गठन कर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिया गया।
1000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है
मंगलवार को दोपहर रीवा कलेक्ट्रेट के भू अर्जन शाखा में हीरालाल तिवारी को 1000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है।
क्या था मामला
आरोपी हीरामणि तिवारी द्वारा शिकायतकर्ता से उसके वारिसाना भूमि के मुआवजा अवार्ड राशि 2,62,997 रुपये का भुगतान करने के एवज में 1000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
1000 की मांग करना पाया गया
रिश्वत की बात का सत्यापन लोकायुक्त संभाग रीवा के पुलिस अधीक्षक द्वारा कराया गया तो वास्तविकता में आरोपी द्वारा शिकायतकर्ता से 1000 की मांग करना पाया गया। प्रकरण आरोपी के पास 25 सितंबर 2024 से लंबित था।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में टीम गठित
मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में टीम गठित कर आरोपी हीरामणि तिवारी को शिकायतकर्ता से 1000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ ट्रैप किया गया है।
कार्रवाई में यह रहे शामिल
ट्रेपकर्ता टीम में प्रवीण सिंह परिहार, उप पुलिस अधीक्षक सहित 12 सदस्यीय टीम द्वारा कार्रवाही की जा रही है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.