ब्रेकिंग
‘सलमान का हाल बाबा सिद्दीकी से भी बुरा होगा’, मुंबई पुलिस को धमकी भरा मैसेज, 5 करोड़ भी मांगे आगे कुआं पीछे खाई, इजराइल के हमलों ने लेबनान को कितने बड़े दलदल में ढकेला? पढ़ें पूरी कहानी CM सैनी समेत 14 मंत्रियों से सधी 36 बिरादरी… दक्षिण हरियाणा और जीटी रोड बेल्ट का सरकार में दबदबा इस राज्य में महर्षि वाल्मिकी के नाम पर होंगे सभी आवासीय स्कूल, यूनिवर्सिटी का नाम भी बदला बैकफुट पर आए राजस्थान के शिक्षा मंत्री, बोले- मैंने अर्धनग्न शब्द इस्तेमाल नहीं किया पति ने देवरानी को खिलाया पिज्जा, बौखलाई बीवी ने बुला लिए अपने चार भाई, कर डाला ये कांड गाजीपुर में देखा सपना… फिर क्यों सर सैयद अहमद खान ने अलीगढ़ में की यूनिवर्सिटी की स्थापना? मंडप से भाग गई दुल्हन, किया 100 नंबर पर फोन… पुलिस ने आकर बजा डाला दूल्हे का बैंड 4000 अश्लील वीडियो, टेलीग्राम पर डील, हर क्लिप के मिलते थे इतने पैसे… गोरखपुर के 11वीं में पढ़ने वाल... गोरखपुर: ‘माफ हो जाएगा कर्ज…’ सुनकर गोरखनाथ मंदिर पहुंचीं महिलाएं, लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी...

जिसको पुलिस ने घोषित किया मृत, वह घर में जिंदा मिला, जानिए पूरा मामला

 बिहार के सीतामढ़ी जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के बाद एक समुदाय के दो गुटों के बीच हुई झड़प के संबंध में पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसे कुछ लोगो के बयान के आधार पर मृत मान लिया गया था। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मंगलवार को हुई इस घटना में दो लोगों की मौत बात कही थी लेकिन बुधवार को एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की गयी और भ्रम की स्थिति के लिए व्यक्ति के परिवार के सदस्यों को दोषी ठहराया गया।

सीतामढ़ी सदर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) रामकृष्ण ने मीडिया को बताया कि भगत मांझी के परिवार के सदस्यों ने दावा किया था कि मुजफ्फरपुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई लेकिन जांच में पता चला कि मांझी जीवित है। उन्होंने बताया कि मांझी को हिरासत में ले लिया गया और मामले की जांच की जा रही है। अधिकारी ने बताया, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि मांझी के परिवार के सदस्यों द्वारा जांचकर्ताओं को गुमराह करने का प्रयास किया गया था।”

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.