ब्रेकिंग
पूर्णिया: जमीन के लालच में दामाद ने सास को जिंदा जलाया, खूंटे में बांधा और पेट्रोल छिड़ककर घर में लग... बिहार: 37 मौतें, 25 अस्पताल में… कब थमेगा जहरीली शराब से मरने का सिलसिला? 20 साल बाद राजनीति समझ आई, ऐसे पलटा लोकसभा का गेम… रांची में राहुल गांधी ने खोले राज 370 की बहाली पर चुप्पी, जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा, जानें उमर अब्दुल्ला की रणनीति कुरान शरीफ, चर्च और गांधी…लॉरेंस की धमकियों का सलीम खान ने यूं दिया मुंहतोड़ जवाब वायनाड से प्रियंका के सामने होंगी नव्या हरिदास, BJP ने जारी की उपचुनाव की लिस्ट इंदौर में दोस्त की पत्नी से रेप, पति को देख भागा आरोपी बजरंग दल के विरोध के बाद कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल के खिलाफ केस दर्ज, पुलिस ने की कार्रवाई सीहोर में नमकीन की फैक्ट्री में लगी भीषण आग, लाखों रुपए का नुकसान भोपाल में बावड़िया कला ब्रिज से कूद गया युवक ,हुई मौत

मणिपुर में फिर भड़की हिंसा! उग्रवादियों ने एक गांव पर की बमबारी

मणिपुर में उग्रवादियों ने जिरिबाम जिले के एक गांव में हमला कर दिया, जिसके बाद शनिवार को एक बार फिर हिंसा भड़क गई. इस बात की जानकारी एक अधिकारी ने दी. अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों ने आधुनिक हथियारों से तड़के करीब पांच ब

इसके साथ ही अधिकारियों ने भी बताया कि घटनास्थल पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा जा रहा है. हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. फिर से हिंसा शुरू होने पर सुरक्षा बल बुजुर्ग लोगों, महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं. जिरिबाम शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर बोरोबेकरा घने जंगलों से घिरा है और एक पर्वतीय क्षेत्र है. पिछले साल मई में राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद इस इलाके में ऐसे कई हमले हुए हैं.

शांति समाधान के लिए बैठक

मणिपुर एक साल से भी ज्यादा समय से हिंसा की आग से जूझ रहा है. इसकी को देखते हुए राज्य में जारी संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए संघर्षरत मैतई, कुकी और नागा समुदायों के विधायकों के बीच नई दिल्ली में बातचीत के लिए बैठक बुलाई गई थी, जिसमें कुल 17 विधायक शामिल हुए. इनमें से 9 मैतई समुदाय के, 5 कुकी समुदाय के और 3 नागा समुदाय के थे. इस बैठक के कुछ ही दिन बाद यह हिंसा देखने को मिली है.

जे बोरोबेकरा पुलिस थाने के तहत आने वाले एक गांव को निशाना बनाया. उन्होंने बताया कि उग्रवादियों ने बमबारी भी की. इस दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और पुलिस कर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की और दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई.

200 से ज्यादा लोगों की मौत

मैतई, कुकी और नागा समुदायों के बीच पहली बार कोई बैठक हुई थी, जो 4 घंटे तक चली तको लेकिन इसका क्या नतीजा निकला. यह सामने नहीं आया. पिछले साल मणिपुर ने भड़की हिंसा में 200 से ज्यादा से लोगों की जान गई थी. हाल में हुई बैठक में कुकी विधायकों ने फिर से मणिपुर के आदिवासी लोगों के लिए अलग प्रशासन या केंद्र शासित प्रदेश की मांग को दोहराया.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.